रायपुर/नवप्रदेश। CM Review on Forest Issues : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि फ़ारेस्ट के मामले में नियमों के दायरे रह कर लोगों की भलाई में काम करें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र में संपन्नता लाने के लिए काम करें।
वनवासियों को जंगल में रहने पर सजा का ना हो अहसास
CM ने कहा कि फ़ारेस्ट मामले को तेज़ी से निपटाने का प्रयास करें। केंद्र सरकार के नियम और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों और नियमों के दायरे में रहकर जनहित में कार्य करने की बात उन्होंने कही। उन्होंने कहा कि फ़ॉरेस्ट मामलों में बंदिशे हैं, पर हमें वनवासियों के लिए काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों को जंगल में रहने पर सजा का अहसास ना हो बल्कि उन्हें सभी सुविधाएँ नियमों के दायरे में ही मिले।
सरकारी योजना का क्रियान्वयन अच्छा रहा तो जनता नहीं करेगी शिकायत
CM बघेल ने कहा कि आदिवासी संस्कृति वनों का नुक़सान करने (CM Review on Forest Issues) की नहीं है, बल्कि आदिवासी वनों के संरक्षक हैं। वो दिन भी देखे जब ना आधार कार्ड था ना वोटर कार्ड, ना राशन मिलता था ना किसी योजना का लाभ, लेकिन अब परिस्थितियाँ बदली हैं। शासकीय योजना का अच्छा क्रियान्वयन हो तो जनता शिकायत नहीं करेगी।उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सक्रिय होकर काम करेंगे, लोगों की बेहतरी के लिए काम करेंगे तो प्रशंसा मिलेगी आपका भी नाम होगा।
सरगुजा से बस्तर नहीं मिली कोई शिकायत
CM ने कहा कि साढ़े तीन साल पहले के कांकेर और अब के कांकेर में बहुत अंतर आया है। स्कूल अच्छे हो रहे हैं तो पढ़ाई का स्तर भी बढ़ रहा है। गाँव में जो काम कर रहे हैं, उसका असर शहर में भी दिख रहा है। अभी तक कहीं जाति निवास प्रमाण पत्र की कोई शिकायत नहीं मिली। सरगुजा से बस्तर तक कोई शिकायत नहीं मिली है। जल्द से जल्द लोगों का काम करें तो दुआएं मिलेंगी। उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से कहा कि पुलिस लोगों का विश्वास जीतने के लिए काम करें।
भेंट-मुलाक़ात का रहा सुखद अनुभव
बस्तर बदल रहा है। आप लोंगों ने काम किया। आप सभी ने काम किया तो अब सबके चेहरे पर संतुष्टि और मुस्कुराहट है। कहीं तनाव नहीं दिख रहा, आदिवासी से लेकर व्यापारी तक सभी तनाव मुक्त हैं। पर्यटन के लिए टाटामारी, लिमदरहा केंद्र खुल गया है। कांकेर के कुछ एरिया में पहुँच मार्ग बन रहा है। कोदो, कुटकी, रागी भी कांकेर की पहचान बन रही है। इनको बढ़ावा देना है, वैल्यू एडिशन करना है।
रेली ककून और मिलेट मिशन के नाम से कांकेर जाना जाने लगा है। CM ने कहा कि, भेंट-मुलाक़ात में अच्छा सुखद अनुभव रहा, छोटी बच्ची ने मासूमियत से कालर पकड़ी, एक महिला ने कलेक्टर को बेचारा बोल दिया। बस्तर के प्रवेश द्वार (कांकेर) में लोगों के (CM Review on Forest Issues) लिए सभी सुविधाएं बढ़ाए।