बालोद/नवप्रदेश। CM on-Spot Decision : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बालोद के मालीघोरी पहुंचे। जहां ग्रामीणों औऱ छात्रों से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में परेशानियों को जाना। इस दौरान फिर ऑन द स्पॉट फैसला देखने को मिला। छात्रा ने जैसे ही शिक्षकों की समस्या बताई, सीएम बघेल ने तत्काल शिक्षक नियुक्ति के निर्देश दिए।
दरअसल, सीएम बघेल से मोनिका पटेल डौंडी ने कहा कि मेरे स्कूल में पर्याप्त टीचर नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने शिक्षा अधिकारी को पर्याप्त शिक्षक नियुक्त करने निर्देश दिए। इस दौरान छात्रा के चेहरे पर (CM on-Spot Decision) एक अलग ही खुशी देखने को मिली।
राशन पानी का लिया सुधा
वहीं भेंट-मुलाकात में मुख्यमंत्री बघेल को सविता ने बताया कि मुझे राशन बढ़िया मिल रहा है। उन्होंने कहा परसाडीह में गौठान में कक्ष चाहिए। मुख्यमंत्री ने तुरंत स्वीकृति दी। मालीघोरी के मोहम्मद आसिफ ने बताया कि उन्हें भूमिहीन न्याय योजना का लाभ मिला है। देवगुड़ी के बारे में मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से जानकारी ली, तो निरंजन ने बताया कि मेरे गांव में देवगुड़ी है। मैं बैगा हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको भी राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना का लाभ मिलेगा। एक वर्ष में सात हजार रुपए की राशि योजना में मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात में राजीव मितान क्लब के बारे में पूछा। युवाओं ने बताया कि अभी 1 लाख रुपये खाता में आएगा। खेलकूद करेंगे, सांस्कृतिक कार्यक्रम करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि साथ ही शासकीय योजनाओं का प्रचार प्रसार भी करें।
डौंडी के स्टूडेंट की ओर से राशि ने कहा कि हम लोग UPSC की तैयारी कर रहे हैं। एक अच्छी लाईब्रेरी होगी तो बढ़िया माहौल बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा, बहुत सुंदर। आप सबकी सुविधा के लिए काम होगा।
गौठानों में बढ़िया काम से खुश
रूपेश्वरी ने बताया कि हम लोग वर्मी कम्पोस्ट बना रहे हैं। गौठान (CM on-Spot Decision) में बढ़िया काम हो रहा है। तीन लाख 65 हजार का वर्मी बेचे हैं। खरथुली की सुनीला निषाद ने बताया कि अभी तक 65 हजार रुपये कमा चुके हैं। बाकी दीदी लोग सब्जी उगा रहे हैं। मछली पालन कर रहे हैं। तालाब में पानी नहीं रुकता। भोक हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साथ में उमेश पटेल हैं। रायगढ़ से हैं। वहां की छत्तीसगढ़ी अलग है। सुनीला ने बताया कि आप तो सब समझथव बता दो। मुख्यमंत्री ने कहा कि तालाब में जब छेद हो जाता है तो पानी ठहरता नहीं, इसे भोक कहते हैं।