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CM Bhupesh ने बदलने की अटकलों पर फेरा पानी,कहा-हाईकमान का निर्देश सर्वोपरि

CM Bhupesh threw water on the speculation of changing CM, said - High command's instructions are paramount

CM Bhupesh


भूपेश और सिंहदेव एक साथ दिल्ली से लौटे

रायपुर/नवप्रदेश। CM Bhupesh:छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बदलने की अटकलें गरमाने लगी है। रविवार को दिल्ली से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के एक साथ लौटने पर सीएम बदले जाने के कयास और तेज हो गई।

दरअसल , दिवंगत वीरभद्र सिंह के अंतेष्टि में आलाकमान के निर्देश पर सीएम भूपेश शिमला गए थे। जहाँ से वे दिल्ली पहुंचकर आलाकमान से मिलने 10 जनपथ पहुंचे थे। लेकिन हाई कमान से भूपेश बघेल की मुलाकात नहीं हो पाई। इस दौरान उनकी मुलाकात प्रियंका गांधी वाड्रा से हुई, जो करीब आधे घंटे तक चली। भूपेश वहां से निकलकर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के निवास पहुंचे जहाँ भी वे करीब आधा घंटा रुके। इसी दौरान टीएस सिंहदेव भी दिल्ली में थे। जिससे ढाई-ढाई साल का मुद्दा राजनीतिक हलकों में और तेज हो गया है।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में तीन चौथाई से भी ज़्यादा बहुमत कांग्रेस के पास है, कोई गठबंधन नहीं है। लेकिन समय-समय पर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव में खींचतान कई मुद्दे को लेकर देखी गई है। वहीँ 2018 में कांग्रेस की प्रचंड जीत के बाद भी मुख्यमंत्री को लकर कई दिनों तक हुई उठा पटक में तीन नाम सामने आये, जिनमे भूपेश बघेल (CM Bhupesh) ने बाजी मार ली। इसी समय सूत्रों के हवाले से बात सामने आई कि भूपेश केवल ढाई साल के सीएम होंगे और उसके बाद टीएस सिंहदेव ढाई साल प्रदेश की बागडोर संभालेंगे। इस बात को सिंहदेव की तरफ से कभी मनाही नहीं की गई। ऐसे में ढाई साल बीत जाने के बाद यह मामला फिर गरमाने लगा है।

हाई कमान के आदेश का होगा पालन-भूपेश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh) दिल्ली से रायपुर पहुँचे तो साथ में सिंहदेव भी थे। ऐसे में जब मीडिया ने सीएम के बदले जाने पर सवाल दागा तो भूपेश बघेल ने बड़े ही सधे अंदाज में कहा कि पार्टी हाईकमान का निर्देश है कि मुझे मुख्यमंत्री पद संभालना है, जिस दिन हाईकमान का निर्देश होगा उस दिन मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। साथ ही उन्होंने इस पूरे मसले को मीडिया की देन भी बताया। उन्होंने 2 दुनी 4 का उदाहरण देते हुए छत्तीसगढ़ में इस तरह के किसी भी फॉर्मूले से इंकार कर दिया। इस दौरान पीछे खड़े मंत्री सिंहदेव अपने चिर परिचित अंदाज में केवल मुस्कुराते नजर आये।

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