0 मुख्यमंत्री ने कहा – लोकतंत्र के लिए ED, IT, CBI, DRI जैसे विभाग खतरा हैं
रायपुर/नवप्रदेश। CM Bhupesh Expressed His Displeasure : ईडी की छापेमारी को लेकर छत्तीसगढ़ में मचा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय एजेंसियों, केंद्र सरकार के साथ साथ बीजेपी पर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा है कि लोकतंत्र के लिए ED, IT, CBI, DRI जैसे विभाग खतरा हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की संपत्ति 2008 से 2018 तक 18 गुना बढ़ी है। जबकि वे कोई काम नहीं कर रहे, ईडी इसकी जांच कब करेगी।
शनिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने साफ़ कर दिया था कि केंद्रीय एजेंसियां भी चुनावी प्रक्रिया में पैनी नज़र रखेंगी। भूपेश सरकार के कार्यकाल में सर्वाधिक आईटी, ईडी, सीबीआई और डीआरआई के अलावा GST की कार्रवाई हुई है।
CM भूपेश बघेल का कहना है कि अभी तक इन केंद्रीय एजेंसियों ने जितनी भी कारवाई किया है, उसका उद्देश्य राजनीतिक है। ईडी के पास असीमित अधिकार है, इसलिए इसका दुरुपयोग किया जा रहा है। ईडी मारपीट और अमानवीय व्यवहार कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और बीजेपी नेताओं के महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के नाम से कांग्रेस सरकार पर किये गए सियासी बयान पर CM भूपेश ने पलटवार किया। उन्होंने कहा महादेव एप (Mahadev App) के जरिए सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जो लोग बाहर हैं, उन्हे पकड़ने की कोशिश नही कर रहे।
कांग्रेस के जिला पदाधिकारी सौंपेंगे ED को ज्ञापन…
सीएम बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि, आज हमारे जिला पदाधिकारी ईडी कार्यालय में जाकर ज्ञापन देंगे। कल से ईडी कार्यालय के सामने हमारे कार्यकर्ता प्रदर्शन भी करेंगे। भाजपा के दो मुख्य प्रकोष्ठ है ईडी और आईटी… ईडी को नियम में संशोधन के बाद असमिति अधिकार मिल गया है। किसी को भी गिरफ्तार कर संपत्ति ले सकते हैं। बेल संभावना की खत्म कर दी गई है।
CM बोले BJP को वोट देना मतलब छग अडानी को सौंपना..
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, SECL खुद कोयला का उत्खनन करता है। अडानी को रायगढ़ में खदान दे दिया गया है। छत्तीसगढ़ की बहुत सी खदानें दी गयी हैं। BJP को वोट देने का मतलब है कि, अडानी को छत्तीसगढ़ सौंप देना।
सीएम ने पूर्व IAS ओपी चौधरी पर लगाया आरोप
सीएम भूपेश बघेल ने पूर्व IAS बीजेपी नेता ओपी चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ओपी चौधरी कलेक्टर थे, तब रोजगार मेला आयोजित किया गया था। जिसमें आम जनता का पैसा लूटा गया। हमारी सरकार के समय करवाई हुई, उन सबका पैसा लौटाया गया। मनी लॉन्ड्रिंग का सबसे बड़ा केस इसी मेले का है। जांच के लिए पत्र लिखा गया है। लेकिन अब तक कोई करवाई नहीं हुई।