रायपुर/नवप्रदेश। CM Bhupesh Baghel Told : CM भूपेश बघेल राजनांदगांव और कांकेर जिले के लिए रवाना होने से पूर्व हैलीपेड में मिडिया के सवालों का जवाब दिए। उन्होंने बीजेपी, अमित शाह, ED , रमन और अमन सहित पीएम मोदी-अडानी पर अपने ही अंदाज़ में तंज कसा।
आज कांकेर और राजनांदगांव में कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन भरेंगे, सभा भी होगी। इसमें शामिल होने CM भूपेश बघेल रवानगी से पहले पुलिस लाइन रायपुर हेलीपैड में सीएम भूपेश बघेल ने कहा- पहले दिन ही मैंने बोल दिया था की निर्वाचन आयोग इसपर संज्ञान ले। त्योहार के चलते चुनावी तारीख में फेरबदल करें।
गृहमंत्री शाह और ईडी के विषय पर बोले कि अमित शाह आए थे ईडी लेकर, आते है तब भी लाते हैं और जाते हैं तब भी लाते है, तो उसका जवाब भी देना है। फिर परसो आ रहे हैं तो उसके स्वागत में फिर ईडी आ रही है।
कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग में अमित शाह की शिकायत दर्ज की है। भड़काऊ बयान देने पर कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग को सौंपा ज्ञापन। बिल्कुल शिकायत करेंगे यह भड़काने वाला काम कर रहे हैं। गृह मंत्री होकर लोगों की भावनाओं को भड़काएंगे तो शिकायत होगी ही।
पूर्व सीएम रमन सिंह पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। CM ने कहा यहां भाजपा नहीं लड़ रही रमन सिंह लड़ रहे हैं। रमन सिंह का मतलब पीछे अमन सिंह है। अमन सिंह मोदी के साथ मोदी अडानी के साथ है। अडानी ने छग की खदानों को गिनकर निकाला है।
छग में पहले ही घोषणा कर दिए की 20 क्विंटल धान खरीदेंगे। दूसरा 17 लाख परिवार को आवास देंगे भारत सरकार दें न दे। साढ़े 7 लाख लोगों को किश्त चली गई है। 10 लाख लोगों को और देंगे प्रियंका जी ने घोषणा की है।
जाति जनगणना करेंगे यह भी घोषणा की गई है। भाजपा अब तक उल्टा लटकाने में लगी हुई है। छग में अमित शाह आए पर उन्होंने कोई बात नहीं कही, किसानों और महिलाओं के लिए क्या करेंगे, केवल उल्टा लटकाने की बात कहते हैं। इसलिए उन्हें कुछ नहीं सूझ रहा, क्यूंकि खदान और अडानी के बीच में कांग्रेस की सरकार खड़ी हुई है।
भाजपा मौन है, हम सत्ता में है फिर भी तीन बड़ी घोषणाएं है। साढ़े 17 लाख परिवारों को देंगे तो पैसा कितना जाता है 18 से 20 हजार करोड़ रुपए, केंद्र सरकार सहयोग करे न करे हम फिर भी देंगे, लेकिन भाजपा मौन है क्योंकि उन्हें पता है वह सरकार में नहीं आने वाली है।
असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा के छग दौरे पर सीएम बघेल ने कहा, पहले मुंडन करवा लें हिंदू होने की बात करें, आ रहे है तो हिसाब किताब ले आए असम का, सरकारी फंड से क्या किए हैं बताएं ?