रायपुर/नवप्रदेश। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm baghel meet people of ashray sthal) ने बुधवार को लाभांडी के आश्रय स्थल का मुआयना किया। मुख्यमंत्री बघेल (cm baghel meet people of ashray sthal) ने सोशल डिस्टंसिंग मेंटेन करते हुए यहां रुके एक-एक व्यक्ति से मुलाकत की और उनसे कहा कि वे निश्चिंत रहे ओर अपने घर परिवार को अपने कुशल होने की जानकारी दें।
उन्होंने कहा कि इस छत्तीसगढ़ में रुका हुआ बाहर का हर एक शख्स हमारा मेहमान है। बता दें कि इस कोरोना (corona chhattisgarh) से बचाव के लिए बनाए गए इस शिविर में 12 राज्यों व 17 जिलों के भटक रहे 205 लोगों ने आश्रय ले रखा है। यहां उन्हें भोजन की सुविधा दी जा रही है।
लोगों ने सीएम बघेल से की मन की बात
मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान झारखंड के बलदेव राणा ने बताया कि वे और उनके साथी महाराष्ट्र से लौट रहे थे। उत्तर प्रदेश के देवरिया के रामनाथ शर्मा नौकरी के तलाश में छत्तीसगढ़ में भटक रहे थे। मध्यप्रदेश के पिपरिया के साधु रामदास त्यागी राजिम मेला के बाद से यहां थे। महाराष्ट्र के गौतम मजदूरी कर रहे थे। गोंदिया के श्रीकांत ट्रासपोर्ट लाइन में होने के कारण यहां फंसे थे और हरियाणा के रामू परिवार की दो महिलाओं और दो बच्चों के साथ यहां पेशी में आये थे। यहां आश्रय लिए लोगों ने बताया कि वे इन्हें भोजन, चिकित्सा, रुकने सहित जरूरी सुविधाएं मिल रही है।
जहां के हैं ये लोग उन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सीएम बघेल ने की बात
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंनेे झारखंड सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियो से बातचीत की है और आश्वस्त किया कि उनके राज्यों के लोग छत्तीसगढ में अच्छे से रहेंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मजदूरों और नागरिकों के उनके राज्यों मे फंसे होने की स्थिति में उनसे हर संभव सहयोग देने का आग्रह भी किया है। यह भी कहा कि ऐसे ही आश्रय शिविर राज्य के सभी जिलो में बनाएं गए हंै।
अलग-अलग फ्लैट में रखा गया है
उल्लेखनीय है कि कोरोना (corona chhattisgarh) वायरस से नागरिकों को सुरक्षित रखने की अपनी मुहिम के अंतर्गत रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए जिला प्रशासन ने इन जरूरतमंदों, श्रमिकों, बेसहारा लोगों को लाभांडी स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के सर्वसुविधायुक्त बहु मंजिला भवनों में अलग-अलग फ्लैटों में आश्रय दिया है। यह पूरी कार्यवाही पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख, नगर निगम कमिश्नर सौरभ कुमार, जिला पंचायत सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह की संयुक्त टीम ने मिलकर की है। इस दौरान रायपुर स्मार्ट सिटी, महिला बाल विकास, वन, स्वास्थ्य,खाद्य सहित अन्य विभाग भी शामिल भी शामिल थे।
ऐसे हुई शिफ्टिंग
जिला पंचायत सीईओ डॉ. गौरव कुमार सिंह के नेतृत्व में अधिकारियों की इस टीम ने तीन बसों को लेकर ऐसे लोगों की तलाश में परसो देर शाम रेलवे स्टेशन क्षेत्र पहुंची, जहां से रायपुर स्मार्ट सिटी कार्यालय में स्थापित फूड कंट्रोल सेल से सर्वाधिक भोजन लेने की जानकारी मिली थी। महिला अधिकारियों के दल ने यहों महिलाओं, उनके साथ के दुधमुहे बच्चों, वृद्ध, दिव्यांग समेत ऐसे 75 लोगों को बसों में लेकर लाभांडी स्थित प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत नवनिर्मित भवन में शिफ्ट किया।
सभी जरूरी तैयारियां पहले ही कर ली
नगर निगम के इस भवन में जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां पहले से की जा चुकी थीं और इस परिसर में शहर की कई सामाजिक संस्थाओं से मिले सहयोग से दरी, कंबल, चादर, बाल्टी, मग, साबुन, पेस्ट, ब्रश समेत जरूरी सामान की व्यवस्था पहले से ही की गई थी।
छोटे बच्चों के लिए दूध की पर्याप्त व्यवस्था
यहां ठहराए गए छोटे बच्चों को असुविधा ना हो इसके लिए रायपुर जिला प्रशासन ने दूध की पर्याप्त व्यवस्था भी तत्काल की। इन आश्रय प्राप्त करने वालेो जरूरतमंदो को जरूरी सुविधाओं की देखरेख का जिम्मा जिला प्रशासन ने सामर्थ चेरिटबल और वी द पीपल स्वयंसेवी संगठन को दिया गया है, जो 24 घंटे उनके साथ रहकर उनकी सुविधाओं का ध्यान रख रही है। यहां आश्रय मे सोशल ङिसटंसिंग कायम रखते हुए उन्हें हर संभव मदद की जा रही है।
सर्वाधिक नागरिक मध्य प्रदेश के
रुके नागरिकों मे अन्य राज्यों से सबसे अधिक नागरिक मध्यप्रदेश के 27 और झारखंड के 19 हंै। वहीं प्रदेश के अन्य जिलों से सबसे अधिक बलौदाबाजार के 18 और दुर्ग के 13 लोग शिविर में हैं। छत्तीसगढ़ के 121 और रायपुर जिले के 40 नागरिक हैं।