एयरपोर्ट पर ऐक्ट्रेस से निकलवाया था आर्टिफिशिल लिंब
नई दिल्ली। CISF : सेंट्रल इंटस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) को आखिरकार ऐक्ट्रेस सुधा चंद्रन से माफी मांगनी पड़ी है। मशहूर ऐक्ट्रेस-डांसर सुधा चंद्रन ने हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था। ऐक्ट्रेस ने बताया था कि वह जब भी एयरपोर्ट पर जाती हैं, वहां सिक्योरिटी जांच के दौरान उनके आर्टिफिशिल लिंब (Prosthetic Limb) को निकलवाया जाता है। सुधा ने कहा कि यह किसी भी दिव्यांग के लिए ‘कूल’ नहीं है। उन्होंने पीएम से अपील की थी, जिसके बाद अब CISF ने ऐक्ट्रेस से माफी मांग ली है।
सुधा चंद्रन के वीडियो ट्वीट पर जवाब देते हुए CISF ने लिखा, ‘मिस सुधा चंद्रन को हुई असुविधा के लिए हमें बहुत दुख है। प्रोटोकॉल के मुताबिक, विशेष परिस्थितियों में ही सुरक्षा जांच के लिए प्रोस्थेटिक्स को हटाया जाता है।’ सीआईएसएफ ने एक के बाद एक दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘हम इस बात की जांच करेंगे कि संबंधित महिला कर्मियों ने मिस सुधा चंद्रन से प्रोस्थेटिक्स को हटाने का अनुरोध क्यों किया। हम सुधा चंद्रन को भरोसा दिलाते हैं हमारे सभी कर्मियों को प्रोटोकॉल पर दोबारा संवेदनशील बनाया जाएगा, ताकि यात्रा करने वाले यात्रियों को कोई असुविधा न हो।’
ऐक्ट्रेस ने वीडियो में पीएम से कहा- आप चाहें तो कार्ड बना दें
इससे पहले गुरुवार को ऐक्ट्रेस ने वीडियो शेयर कर बताया था कि एयरपोर्ट पर इस तरह का बर्ताव किस कदर बुरा लगता है। सुधा वीडियो में बताती हैं कि हर बार जब भी वह प्रोफेशनल काम से एयरपोर्ट पहुंचती हैं, उनसे आर्टिफिशल लिंब हटाने को कहा जाता है। वह कहती हैं कि (CISF) यह मानवीय रूप से भी असंवेदनशील और दुखदायी है। सुधा ने इसके साथ ही इस बात पर भी दुख जताया कि कैसे इस देश की महिलाएं एक-दूसरे का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से इस व्यवस्था को बदलने और इसे आसान बनाने की गुहार लगाई। ऐक्ट्रेस ने इसके लिए वरिष्ठ नागरिकों की तरह दिव्यांग के लिए भी कार्ड बनाए जाने की वकालत की।
‘बहुत दर्द होता है… आहत हूं’
एक्ट्रेस सुधा चंद्रन ने वीडियो के कैप्शन में लिखा, ‘आहत हूं…. हर बार इस ग्रिल से गुजरते हुए बहुत दर्द होता है…. आशा है कि मेरा मेसेज राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों तक पहुंचेगा…. और मुझे जल्द कार्रवाई की उम्मीद है…..’
16 साल की उम्र में सड़क हादसे में खो दिया पैर
साल 1981 में सुधा चंद्रन एक सड़क हादसे का शिकार हो गई थीं। इसके बाद उनके दाहिने पैर में गैंग्रीन बनने लगा था। तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के पास जब सुधा हादसे का शिकार हुईं, तब वह मद्रास से वापस लौट रही थीं। महज 16 साल की उम्र में तब डॉक्टर्स को सुधा का पैर काटना पड़ा था। सुधा चंद्रन की तारीफ और उनसे प्रेरणा लेने वाली बात यह है कि इन सभी बाधाओं के बावजूद वह न सिर्फ एक बेहतरीन ऐक्ट्रेस बनीं, बल्कि स्टेज पर बेहतरीन डांसर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई।