China is the real enemy, not Pakistan: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम के बाद अब पाकिस्तान को यह समझ में आ गया है कि वह उधार के हथियारों के दम पर ही भारत से जंग नहीं जीत सकता। आपरेशन ङ्क्षसदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान में जो तबाही मचाई है उससे उबरने में पाकिस्तान को लंबा वक्त लगेगा और उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह निकट भविष्य में फिर से भारत के साथ पंगा मोल लेने की हिमाकत कर सके। यह बात अलग है कि चीन अभी भी पाकिस्तान को उकसा रहा है कि वह भारत के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखे।
पाकिस्तान भारत में आतंकवाद की आग को हवा देने से अपने काम को जारी रख सकता है। ऐसे में भारत फिर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए आपरेशन सिंदूर पार्ट 2 शुरू कर सकता है। इसी आशंका से ग्रसित होकर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ तुर्की और ईरान सहित चार मुस्लिम देशों की यात्रा पर निकले हैं जहां से वे आर्थिक मदद मांग रहे हैं और यह भी गुहार लगा रहे हैं कि कोई तो उनकी भारत के साथ शांति वार्ता करा दे। जाहिर है अमेरिका के दबाव में ही पाकिस्तान भारत के साथ सुलह की कवायद कर रहा है। पाकिस्तान को यह बात अच्छी तरह मालूम है कि भारत किसी भी देश के दबाव में आकर पाकिस्तान के साथ बातचीत नहीं करेगा।
भारत ने तो पहले ही कई बार पाकिस्तान द्वारा की गई बातचीत की पेशकश को ठुकरा दिया है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान से सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर पर ही बात होगी और पाकिस्तान को अब पीओके खाली करना पड़ेगा। भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधू जल संधि स्थगित होने के कारण ही तनाव बना हुआ है और इसका फायदा उठाते हुए चीन पाकिस्तान को भड़का रहा है। भारत भी अब इस बात को भलिभांति समझ चुका है कि भारत का असली दुश्मन पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन है जो पाकिस्तान कंधे पर बंदूक रखकर भारत पर निशाना साधता है।
यही वजह है कि पाकिस्तान को चीन न सिर्फ आर्थिक मदद मुहैया करा रहा है बल्कि उसे हथियारों की सप्लाई भी कर रहा है। पाकिस्तान के पास जितने भी हथियार हैं उनमें से 80 प्रतिशत हथियार मेड इन चाइना है। यह बात अलग है कि आपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने इन्हीं हथियारों के परखच्चे उड़ाकर रख दिये थे। गौरतलब है कि अमेरिकी खुफिया एजेन्सी की एक रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा किया गया है कि चीन पाकिस्तान को आगे करके भारत से जंग लड़ रहा है। यह बात सही भी है।
पाकिस्तान बेशक सुरक्षा की दृष्टि से भारत के लिए एक बड़ा खतरा जरूर है लेकिन उसका असली दुश्मन तो चीन ही है जो भारत की तरक्की से जल भून कर खाक हो रहा है। भारत की लगातार बढ़ती ताकत चीन के लिए चिंता का विषय बन गई है। चीन में इतना साहस भी नहीं है कि वह सीधे भारत से जंग कर सके। इसलिए वह पाकिस्तान को एक मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है किन्तु पाकिस्तान के हुक्मरान और पाकिस्तान की आर्मी के चीफ इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं और चीन की चाल में फंसकर भारत के साथ जंग करने पर उतारू हो रहे हैं। जाहिर है चीन के चक्रव्यू फंसकर पाकिस्तान खुद अपने हाथों अपनी कब्र खोदने की मुर्खता कर रहा है।