छत्तीसगढ़ की तर्ज पर नेपाल की राजधानी काठमांडू में मरीजों व उनके परिजन के लिए बनाएंगे मंगल भवन
रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) के समाजसेवी (social worker) सीताराम अग्रवाल (sitaram agrawal) (बरसाना) के परमार्थ के कामों से अब विदेश (foreign) के लोग भी लाभान्वित होंगे। सीताराम अग्रवाल छत्तीसगढ़ की तर्ज पर ही अब नेपाल की राजधानी काठमांडू में भी मरीजों व उनके परिजन के लिए मंगल भवन (welfare building) बनाने जा रहे हैं (will build) ।
काठमांडू में मंगल भवन (welfare building) बनाने के लिए सीताराम अग्रवाल की चर्चा उद्योगपति विमल केडिया से हो चुकी है। अब जल्द ही वहां भवन का निर्माण हो जाएगा। अग्रवाल के अनुसार, छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर में भी वहां के कलेक्टर के सहयोग से मंगल भवन निर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं, जो अब अंतिम चरण में हैं।
समाजसेवी (social worker) सीताराम अग्रवाल (sitaram agrawal) अपने इस अभियान को लेकर लोगों से अपील करते हैं कि वे भी मानव सेवा से जुड़े कामों में अपना योगदान दें, ताकि संसाधनों के अभाव में तकलीफों का सामना करने वाले लोगों को राहत मिल सके। अग्रवाल का मानना है कि देश के बड़े-बड़े अस्पतालों में आने वाले मरीजों व उनके परिजन के लिए लंबे इलाज के लिए जरूरी ठहरने की व्यवस्था नहीं है। लिहाजा ऐसे मंगल भवन बनाने से जरूरतमंद मरीजों की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
अस्पताल में ही ठाना चलाना है अभियान
अग्रवाल द्वारा छत्तीसगढ़ में वर्ष 2013 से ही मरीजों व उनके परिजन की सुविधा के लिए मंगल भवनों का निर्माण किया जा रहा है। अग्रवाल द्वारा यह पहल शुरू करने के पीछे की एक छोटी सी कहानी है। दरअसल वर्ष 2012 में उनके द्वारा एक अस्पताल में फल वितरण किया जा रहा था। इसी दौरान वे मरीजों व उनके परिजन की इलाज के दौरान रहने की समस्या से रू-ब-रू हुए। इसी घटनाक्रम से उन्होंने इस समस्या को दूर करने की ठान ली। दूसरे ही दिन उन्होंने मेडिकल कॉलेज व हास्पिटल, रायपुर (मेकाहारा) के पास मरीजों व उनके परिजन के लिए मंगल भवन बनाने का प्रस्ताव तब के मुख्यमंत्री के समक्ष रखा।
साथ ही उनसे इसके लिए जमीन देने का आग्रह भी किया। तत्कालीन मुख्यमंत्री ने भी इसे स्वीकार करते हुए जमीन उपलब्ध करा दी। फिर क्या था…। समाजसेवी अग्रवाल ने अपनी टीम के साथ मिलकर इस जमीन पर सभी जरूरी सुविधाओं से सज्ज मंगल भवन का निर्माण करा दिया। सीताराम अग्रवाल ने इसी तरह सत्यसाई हॉस्पिटल के समीप भी भवन का निर्माण कराया (built welfare building) । अब वे इस कार्य को देश के अन्य राज्यों के अलावा विदेश (foreign) में भी करने जा रहे हैं। काठमांडू के बाद उनकी योजना बैंकॉक में भी ऐसे भवन बनाने की है।
खुद की जमीन पर भी बनवा दिया भवन
सीताराम अग्रवाल द्ववारा किए जा रहे परमार्थ के इन कामों केे मद्देनजर उन्हें वर्ष 2018 में महाराजा अग्रसेन सम्मान व वर्ष 2019 में दानवीर भामाशाह सम्मान से नवाजा गया। सीताराम अग्रवाल को दूसरा पुरस्कार उनकेे द्वारा एम्स रायपुर के समीप स्वयं की भूमि पर 7 करोड़ रुपए की लागत से मरीजों व उनके परिजन के लिए मंगल भवन बनवाने के लिए दिया गया। श्री सीताराम शकुंतला चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाए जा रहे इस मंगल भवन का लोकार्पण अगले वर्ष 2020 में हो जाएगा।