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Chhattisgarh Silver Jubilee : रजत जयंती की तैयारी तेज…31 अक्टूबर को पीएम का दौरा…नया विधानसभा भवन व आदिवासी संग्रहालय होंगे लोकार्पित

Chhattisgarh Silver Jubilee

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Chhattisgarh Silver Jubilee : राज्य सरकार ने रजत जयंती समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए आज उच्च स्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उप-मुख्यमंत्री अरुण साव, उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा तथा प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे। बैठक के समापन पर यह साफ हुआ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर की शाम रायपुर पहुंचेंगे और नए विधानसभा भवन तथा आदिवासी संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि स्वागत और आयोजन दोनों को भव्य और व्यवस्थित बनाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मंच, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन और स्वास्थ्य सुविधाओं का संपूर्ण प्रबंध सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री (Chhattisgarh Silver Jubile) के जन्मदिन के अवसर पर विभिन्न स्थानों पर सेवा कार्य और स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए जाएंगे ताकि जनभागीदारी और सामाजिक प्रतिबद्धता दोनों स्पष्ट रूप से दिखें।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, “31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नए विधानसभा भवन का लोकार्पण करेंगे और समारोह में वृक्षारोपण कर राज्योत्सव का शुभारंभ करेंगे। यह न सिर्फ़ एक इमारत का उद्घाटन है बल्कि हमारी प्रशासनिक और सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक है।” साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आदिवासी संस्कृति को समर्पित संग्रहालय का उद्घाटन भी उसी कार्यक्रम के तहत होगा—जिसे राज्य की धरोहर को राष्ट्रीय मंच पर पहुँचाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य तथा सड़क परियोजनाओं से जुड़े कई प्रोजेक्टों के उद्घाटन की भी संभावनाएँ हैं, जिनसे राज्य में निवेश और रोजगार की संभावनाएँ बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। सरकार (Chhattisgarh Silver Jubilee) का मानना है कि इन पहलों से दीर्घकालिक आर्थिक लाभ के साथ-साथ स्थानीय समुदायों को भी बल मिलेगा।

सुरक्षा और व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा

बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी तथा संबंधित विभागों के सचिवों ने सुरक्षा-योजना, यातायात समन्वय, जनसम्पर्क और कार्यक्रम संचालन के हर आयाम पर रिपोर्ट दी। बताया गया कि राजधानी में 31 अक्टूबर की शाम से लेकर 1 नवंबर तक—जब मुख्य राज्य स्थापना दिवस का आयोजन होगा—तक विशेष सुरक्षा परिसरों और रूट मैनेजमेंट की व्यवस्था होगी। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जनता की सुगम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक परिवहन और प्रवेश व्यवस्था के लिए अलग-से मार्ग निर्देशित किए जाएंगे।

राज्य में उत्सव का माहौल

राज्य के प्रतिष्ठित समारोह 1 नवंबर पर होने वाले मुख्य कार्यक्रम के साथ 25वीं वर्षगांठ के रूप में मनाए जाने वाले आयोजन की भव्यता पर विशेष जोर रहेगा। स्थानीय प्रशासन और सांस्कृतिक निकाय मिलकर राज्योत्‍सव को व्यापक जन-सहभागिता वाला कार्यक्रम बनाने पर काम कर रहे हैं।

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