Chhattisgarh Police Commissioner System : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने की घोषणा के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि शहर का पहला पुलिस कमिश्नर कौन होगा? पुलिस मुख्यालय में इन दिनों इसी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। चार वरिष्ठ IPS अधिकारियों के नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं
सुंदरराज पी. (2003 बैच) – बस्तर रेंज के IG, लंबे समय से माओवाद मोर्चे पर तैनात। केंद्र और राज्य, दोनों स्तरों पर मजबूत पकड़।
राहुल भगत (2005 बैच) – मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सचिव, सीएम के बेहद करीबी।
अमरेश मिश्रा (2005 बैच) – रायपुर रेंज IG, साथ ही EOW-ACB के चीफ भी।
अजय यादव (2004 बैच) – वर्तमान में पुलिस मुख्यालय में पदस्थ, रायपुर के SSP रह चुके हैं और स्थानीय जानकार माने जाते हैं।
एडीजी या IG में किसे मिलेगा मौका?
मुख्यालय में यह भी चर्चाओं का विषय है कि रायपुर का पहला पुलिस कमिश्नर एडीजी स्तर का होगा या IG स्तर का। परंपरा और मध्य प्रदेश मॉडल को देखते(Chhattisgarh Police Commissioner System) हुए एडीजी रैंक की संभावना ज्यादा मानी जा रही है, लेकिन सरकार अंतिम फैसला नवंबर-दिसंबर तक ले सकती है।
मध्य प्रदेश मॉडल पर अध्ययन
गृह विभाग ने बताया कि कमिश्नर प्रणाली लागू करने के लिए मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के मॉडल का अध्ययन किया जा रहा है। MP में एडीजी रैंक का अधिकारी पुलिस कमिश्नर होता है, IG स्तर के अधिकारी संयुक्त पुलिस आयुक्त (Joint CP) और DIG स्तर के अधिकारी अपर पुलिस आयुक्त (Addl. Joint CP) बनाए जाते हैं। क्राइम और लॉ-एंड-ऑर्डर के लिहाज से इनकी जिम्मेदारी बंटी होती है।
नवंबर-दिसंबर तक मिल सकता है पहला कमिश्नर
रायपुर में सेटअप तैयार करने, पद सृजन और पोस्टिंग की प्रक्रिया में करीब 2-3 महीने का समय लग सकता है। संभावना जताई जा रही है कि नवंबर या दिसंबर 2025 तक राजधानी को पहला पुलिस(Chhattisgarh Police Commissioner System) कमिश्नर मिल जाएगा।