सौंपा कवर्धा के एसडीएम विपुल गुप्ता के पक्ष में कलेक्टर को ज्ञापन
कवर्धा/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh officers dispute) के एक एसडीएम (sdm and sdo tussle) व एसडीओ के बीच चल रहा विवाद नए मोड़ पर आ गया है।
अब इस विवाद (dispute) में कवर्धा के एसडीएम (sdm and sdo tussle) विपुल गुप्ता को राजस्व विभाग के कर्मियों का साथ मिला है। पहले वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा गुप्ता के खिलाफ बिलासपुर में ज्ञापन सौंपा गया, तो वहीं अब राजस्व विभाग के कर्मियों की ओर से शनिवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को गुप्ता के पक्ष में ज्ञापन सौंपा गया।
छत्तीसगढ़ (chhattisgarh officers dispute) मामला ये है कि बीते रविवार को कवर्धा एसडीएम विपूल गुप्ता का परिवार कानन पेंडारी घूमने के लिए गया था। वन विभाग के कर्मचारी संघ का आरोप है- ‘एसडीएम के परिजन को वीआइपी ट्रीटमेंट नहीं मिलने से वे नाराज हो गए थे। जिसके कारण राजस्व विभाग के अफसरों ने पुलिस से मिलकर जमकर दबंगई दिखाई थी। कानन पेंडारी एसडीओ वीके चैरसिया को जू से निकलते ही नायब तहसीलदार व पुलिस की टीम ने उन्हें पकड़ लिया और थाने में घंटों बैठा दिया।’
ये है मामला
वहीं एसडीएम गुप्ता का कहना है कि वे परिवार के साथ घूमने कानन पेंडारी चिड़ियाघर गए हुए थे। इस दौरान परिवार की महिला सदस्य द्वारा वहां के कर्मचारी से बात कर एसडीओ का वाशरूम का इस्तेमाल किया गया। इसी को लेकर एसडीओ महिला परिजन पर भड़क गए। चिड़ियाघर के किसी अधिकारी या कर्मचारी से किसी तरह से वीआईपी ट्रीटमेंट की अपेक्षा नहीं की गई थी। इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है।
बिलासपुर में सौंपा गया था एसडीएम के खिलाफ ज्ञापन
लेकिन इस मामले के बाद बिलासपुर में वन विभाग के अफसरों व कर्मचारी नाराज हो गए। मामले को लेकर बिलासपुर में वन विभाग के कर्मचारियों ने एसडीएम के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। वहीं कवर्धा जिले का राजस्व विभाग एसडीएम विपुल गुप्ता के पक्ष में सामने आया है।
शनिवार को शाम करीब 4 बजे राजस्व विभाग के पटवारी, बाबू, कोटवार समेत कवर्धा तहसीलदार मनोज रावटे, बोड़ला तहसीलदार मधूहर्ष ने ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन सौंपने आए कर्मचारियों ने बताया कि इस मामले को बिलासपुर में तूल दिया जा रहा है। एसडीएम के ऊपर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। कर्मचारियों ने इस मामले की जांच की मांग की हैं साथ ही एसडीओ पर कार्रवाई की मांग की है।