नवप्रदेश की खबर के आंकड़ों का हवाला देकर सांसद छाया वर्मा ने 26 अप्रैल को लिखा था केंद्रीय मंत्री को पत्र
27 अप्रैल को नवोदय विद्यालय समिति के कमिश्नर ने संबंधित कलेक्टरों को अनुमति देने के लिए लिखा
30 अप्रैल को एचआरडी मिनिस्ट्री की सेके्रटरी ने भी संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों को सहयोग का किया आग्रह
रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) स्थित नवोदय विद्यालयों (navodaya vidyalaya students) के दूसरे राज्यों में व दूसरे राज्यों के नवोदय विद्यालयों के छत्तीसगढ़ में फंसे विद्यार्थियों के मुद्दे को लेकर नवप्रदेश में लगातार प्रकाशित खबरों को व्यापक असर हुआ है। अब इन विद्याथियों की वापसी (return) इन मूल विद्यालयों में हो रही हैं।
सूरजपुर नवोदय विद्यालय को छोड़कर राज्य (chhattisgarh) के शेष सभी नवोदय विद्यालयों (navodaya vidyalay students) के विद्यार्थियों को उनके मूल विद्यालयों में भेजा जा चुका है तथा वहां से छत्तीसगढ़ के बच्चों की वापसी(return) भी हो गई है। सूरजपुर के बच्चों को लाने के लिए भी बस रवाना हो रही है।इन बच्चों की वापसी में नवोदय विद्यालय समिति के डिप्टी कमिश्नर पीएस सरदार का भी अहम योगदान रहा।
26 को लिखा था सांसद वर्मा ने पत्र
उल्लेखनीय है कि नवप्रदेश में प्रकाशित खबरों पर राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने संज्ञान लेते हुए 26 अप्रैल को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को पत्र लिखा था। उन्होंने इन बच्चों की जल्द वापसी की व्यवस्था कराने का आग्रह किया था।
27 को नवोदय समिति के कमिश्नर ने कलेक्टरों को लिखा
इसके बाद नवोदय विद्यालय समिति के कमिश्नर की ओर से 27 अप्रैल को देश के सभी संबंधित जिलों के कलेक्टरों को पत्र लिखा गया। इसमें कलेक्टरों को अपने यहां नवोदय विद्यालयों को बच्चों को भेजने व लाने की अनुमति प्रदान किए जाने केे लिए सहयोग करने को कहा गया।
30 अप्रैल को सचिव ने दिया ध्यान
वहीं 30 अप्रैल को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सचिव की ओर से सभी संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर इन बच्चों को उनके मूल विद्यालयों में वापसी के लिए सहयोग प्रदान करने के लिए कहा गया।
इसके बाद संंबंधित जिलों के कलेक्टरों ने अपने यहां के नवोदय विद्यालयों के प्राचार्यों को दूसरे राज्यों के उनके यहां फंसे बच्चों को भेजने व उनके यहां के दूसरे राज्यों में फंसे बच्चों को वापस लाने की अनुमति दे दी। जिसके बाद छग के 130 बच्चों की राज्य वापसी हो गई। यहीं नहीं छग में अन्य राज्यों के फंसे 114 बच्चों को भी उनके राज्यों में पहुंचा दिया गया।
4 मई की रात को पहुंचे रायपुर के बच्चे
रायपुर के मानाकैंप स्थित नवोदय विद्यालय के प्राचार्य श्री पाणी ने बताया कि उनके विद्यालय के बच्चे 4 मई की रात को यहां पहुंचे हैं। सभी को ऐहतियातन 14 दिन के लिए विद्यालय में ही रखा गया। उन्होंने कहा कि बच्चों कि वापसी के लिए हम तो प्रयास कर ही रहे थे, लेकिन इनमें नवप्रदेश ने नई ताकत जोड़ दी।
नवप्रदेश का शुक्रिया : पीके साहू
सूरजपुर नवोदय विद्यालय में ठहरे असम के बच्चों को लेकर बस बुधवार को निकल गई। असम से भी छत्तीसगढ़ के बच्चे आ रहे हैं। बिहार में इनका एक्सचेंज होगा। 8 या 9 को सूरजपुर के बच्चे आ जाएंगे। नवप्रदेश को इन बच्चोंं की चिंता करने के लिए दिल से शुक्रिया।
-पीके साहू, प्राचार्य नवोदय विद्यालय, सूरजपुर
खबर को गंभीरता से लेकर तुरंत लिखा पत्र : छाया वर्मा
नवप्रदेश के माध्यम से नवोदय विद्यालयों के विद्यार्थियों के फंसे होने की जानकारी मिलने पर मैंने तुरंत केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र लिखा। सभी के संयुक्त प्रयासों से विद्यार्थियों की जल्द वापसी हो सकी। यह सबके लिए राहत की बात है।
-छाया वर्मा, राज्यसभा सांसद
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