Chhattisgarh Maoist Surrender : छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने साफ किया है कि माओवादियों के साथ किसी तरह का सीजफायर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि जो भी नक्सली आत्मसमर्पण करेगा, उसका स्वागत सरकार लाल कार्पेट बिछाकर करेगी। पहली बार उन्होंने शीर्ष माओवादी नेताओं – भूपति, वेणुगोपाल, सतीश, भरसादेव और हिड़मा – का नाम लेते हुए कहा कि यदि ये लोग हथियार छोड़कर आत्मसमर्पण करते हैं तो सरकार चर्चा के लिए तैयार है।
गृह मंत्री ने कहा कि अब माओवाद (Chhattisgarh Maoist Surrender) की लड़ाई बंदूक से नहीं बल्कि विचारों से लड़ी जाएगी। सरकार वैचारिक स्तर पर इस चुनौती का मुकाबला करेगी। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 4 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के दौरे पर आएंगे। इस दौरान वे जगदलपुर में आयोजित विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा, मुरिया दरबार और स्वदेशी मेले के कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
शहरी नेटवर्क को लेकर चिंता
विजय शर्मा ने चेतावनी दी कि माओवादी अब जंगलों से निकलकर शहरी क्षेत्रों में पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में रायपुर और कोरबा से दंपती समेत तीन माओवादियों (Chhattisgarh Maoist Surrender) की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस और खुफिया एजेंसियां शहरों में भी ऐसे नेटवर्क की प्रोफाइलिंग कर रही हैं और इसे पूरी तरह ध्वस्त करने की दिशा में काम हो रहा है।
माओवादियों की फंडिंग पर चोट
गृह मंत्री ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों (Chhattisgarh Maoist Surrender) के पास से नकदी और सोने के बिस्कुट मिले हैं। उन्होंने दावा किया कि माओवादियों की फंडिंग करीब 80 प्रतिशत तक कम हो गई है, लेकिन इसके बावजूद उनके पास इतनी संपत्ति मिलना चिंता का विषय है।