कारोबारी ढिल्लन भी ईडी की हिरासत में, महादेव ऐप केस में दिल्ली-गोवा से 2 गिरफ्तार
रायपुर/नवप्रदेश। Chhattisgarh Liquor Scam Cases : ED और EOW-ACB के आरोपी कोर्ट में पेश, रिमांड या जेल, बेल पर दलीलें पेश किया है। शराब घोटाले मामले में 2 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद बुधवार को ईडी ने रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को स्पेशल कोर्ट में पेश किया है। रिटायर्ड IAS टुटेजा कोर्ट में पेश, 14 दिन की मांगी रिमांड, कोर्ट में दलीलें पेश।
छत्तीसगढ़ के कथित शराब घोटाला मामले में 2 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को 5 दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया है। बुधवार को उन्हें ED की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया। दोनों पक्षों का तर्क सुनने के बाद कोर्ट ने आदेश जारी किया है। वहीं घोटाले की जांच कर रही ACB-EOW ने शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को भी हिरासत में लिया है।
एसीबी और ईओडब्लू की टीम ने शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को भी हिरासत में लिया है। शराब घोटाले मामले में 2 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद बुधवार को ईडी ने रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को स्पेशल कोर्ट में पेश किया है। जहां ईडी ने कोर्ट में आवेदन लगाकर टुटेजा की और 14 दिन रिमांड मांगी।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने आदेश जारी कर दिया है। वहीं घोटाले की जांच कर रही एसीबी और ईओडब्लू की टीम ने शराब कारोबारी पप्पू ढिल्लन को भी हिरासत में लिया है।
एजेंसी द्वारा कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन उर्फ पप्पू ढिल्लन को जल्द ही ईओडब्लू कोर्ट में पेश किया जा सकता है। इससे पहले मंगलवार को टूटेजा को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट में पक्ष रखते हुए ईडी की रिमांड पर आपत्ति जताई थी।
बता दें कि ईडी ने टुटेजा को आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है। ईडी ने कथित घोटाले से जुड़े लोगों को अब समंस भेजना भी शुरू कर दिया है। वहीं EOW की ओर से की गई FIR में 70 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। फ्रेश ECIR में भी पुराने नाम शामिल हैं। ईडी सभी को पूछताछ करने के लिए समंस भेज रही है।
पुणे में पैनल ऑपरेट कर रहे थे राहुल-रितेश
महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप केस में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने दो आरोपी राहुल वकटे और रितेश यादव को गिरफ्तार किया है। राहुल वकटे की गिरफ्तारी दिल्ली और रितेश की गोवा से की गई है। टीम ने हवाला के 43 लाख रुपए भी सीज किए हैं। दोनों आरोपी अगस्त में निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार चल रहे थे।