रायपुर/ नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) की राज्यपाल (governor) अनुसुइया उईके (anusuiya uikey) कोरोना (corona) नियंत्रण को लेकर राज्य सरकार के कामकाज से सन्तुष्ट तो हैं, लेकिन क्वारंटाइन सेन्टरों (quarantine centre) में गर्भवती महिलाओं की स्थिति को लेकर दु:खी हैं।
हालांकि उन्होंने सरकार से कहा है कि क्वारंटाइन सेन्टरों (quarantine centre) में महिलाओं और बच्चों के खानपान व इलाज का विशेष ध्यान रखा जाए। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) की राज्यपाल (governor) उईके (anusuiya uikey) से सोमवार को नवप्रदेश के संपादक यशवंत धोटे ने सौजन्य मुलाकात की। इस दरम्यान अनौपचारिक बातचीत में राज्यपाल ने स्वीकारा कि संसाधनों के लिहाज से राज्य सरकार ने कोरोना निंयंत्रण को लेकर बेहतर काम किया हैं ।
चूंकि बाहर से आ रहे प्रवासी श्रमिकों के संक्रमित (corona) पाए जाने के कारण संख्या बढ़ रही हैं लेकिन उनका बेहतर इलाज भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि गरियाबंद जिले के एक क्वारंटाइन सेन्टर में 8 महीने की गर्भवती महिला श्रमिक की मौत ने उन्हें विचलित सा कर दिया है। वह मौत अकेली उस महिला की नहीं बल्कि की उस अजन्मे बच्चे की भी मौत है।
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मौत पर लिया स्वत: संज्ञान
राज्यपाल ने इस मौत पर स्वत: संज्ञान लेकर सचिव से बात की और बाकि सभी क्वारंटाइन सेन्टरों में महिलाओं और बच्चों के बेहतर खानपान, इलाज के लिए कहा है। उन्होंने राज्य की जनता से अपील की है कि अभी कोरोना से लड़ाई खत्म नहीं हुई है। अतिरिक्त सावधानियां बरतने की जरूरत है। साथ ही आयुर्वेद और योगा को अपनी दिनचर्या में शामिल कर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी चाहिए।
आयुर्वेद व योगा जैसे विकल्पों को प्रोत्साहित करे सरकार
राज्यपाल ने सरकार से भी कहा है कि बाकि सारे उपायों के साथ जनता को आुयर्वेद और योगा जैसे विकल्पों के लिए भी प्रोत्साहित और जागरूक करे। लाकडाउन के चलते लम्बे समय तक राज्यपाल की सौजन्य मुलाकातें स्थगित थीं। सोमवार से ही राज्यपाल से गणमान्य नागरिकों की मुलाकातें शुरू हुई है।