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बालको पर छत्तीसगढ़ सरकार का 3902 करोड़ रुपए बकाया, ऐसे हुआ कर्ज

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ईश्वर चंद्रा/ कोरबा। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में बिजली बिल (electricity bill) के बकायादारों (debtor) में आम जनता व किसान ही नहीं बल्कि करोड़ों-अरबों रुपयों का मुनाफ कमाने वाली कंपनियां (company) भी हैं। इन बकायादार कंपनियों में भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (balco) सबसे आगे हैं।

बालको (balco) पर 3902 करोड़ की राशि बकाया है। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) राज्य के 81 छोटे, बड़े उद्योगों पर विद्युत शुल्क (electricity bill) का कुल सात हजार करोड़ रुपए से भी ज्यादा का बकाया हैै। इसमें आधे से अधिक रकम सिर्फ बालको से ही (3902 करोड़)वसूल की जानी है।

इसके बाद जिंदल स्टील एंड पॉवर लिमिटेड (जेएसपीएल) से 1345 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि वसूल की जानी है। जिंदल का 136.83 करोड़ रुपए की वसूली का एक प्रकरण हाईकोर्ट, बिलासपुर में विचाराधीन है। केएसके महानदी पॉवर प्रोजेक्ट, जांजगीर चांपा पर विद्युत शुल्क के 356.92 करोड़ रुपए बकाया हैं। ये प्रकरण एनसीएलटी में लंबित हैं।

बड़े बकायादारों में मोनेट भी शामिल

बड़े बकायादारों (debtor) में मोनेट इस्पात एंड एनर्जी, रायगढ़ भी शामिल है। मोनेट पर 314.76 करोड़ रुपए बकाया हैं। कंपनी से वसूली के तीन प्रकरण हाईकोर्ट में हैं। एमएसपी स्टील एंड पॉवर लिमिटेड, रायगढ़ पर 139.74 करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया है। कोरबा जिले में स्थित लैंको अमरकंटक पॉवर लिमिटेड से 98.78 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम सरकार को लेनी है, लेकिन इस कंपनी का प्रकरण एनसीएलटी में विचाराधीन है।

27 उद्योगों के प्रकरण सुप्रीम कोर्ट में

विद्युत शुल्क वसूली के 27 उद्योगों के प्रकरण सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, एनसीएलटी में हैं। सरकार ने आठ प्रकरणों में रेवेन्यू रिकवरी केस फाइल करने जिलाधीशों को निर्देशित किया है। 46 प्रकरणों में वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है।

बड़ी बकायादार कंपनियां

बालको – 3902,03,34,369
जेएसपीएल – 1345,17,13,879
केएसके महानदी – 356,92,14,520
मोनेट इस्पात – 314,76,77,416
एमएसपीएसपीएल – 139,74,79,319
लैंको – 98,78,18,484
(स्रोत- छग विधानसभा)

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