रायपुर/नवप्रदेश। प्रदेश (chhattisgarh) में कोरोना (corona) मरीजों (patients) की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हर दिन राज्य में 200-250 से ज्यादा मरीज सामने आने लगे हैं। रायपुर (raipur) हॉटस्पॉट बना हुआ है। जिस संख्या में यहां मरजी मिल रहे उसे देखते हुए शासन-प्रशासन को अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करनी होगी। लिहाजा स्थिति को देखते ही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (railway) ने 800 से ज्यादा बेड (bed) की व्यवस्था के लिए अपनी तैयारी जाहिर कर दी है।
शुरुआत में लगे लॉकडाउन काल में रेलवे द्वारा बनाए गए 100 आइसोलेशन कोच (isolation coach) फिलहाल प्रदेश के तीन रेलवे (railway) स्टेशनों पर रखे गए हैं। राज्य सरकार जिन भी स्टेशन पर इन्हें तैनात करने के लिए कहेगी रेलवे इन कोच (isolation coach) को उन स्टेशन पर तैनात कर देगा। इसके अलावा रेलेवे अपने अस्पताल भी राज्य सरकार को देगा।
रायपुर (raipur) रेल मंडल के सीनियर डीसीएम तन्मय मुखोपाध्याय ने नवप्रदेश को बताया कि पहले लगाए गए लॉकडाउन में रेलवे ने 100 आइसोलेशन कोच (isolation coach) बनाए थे। ये कोच रायपुर, दुर्ग व बिलासपुर स्टेशन पर हैं। राज्य सरकार इन्हें जहां भी भेजने के लिए कहेगी उन्हें वहां भेज दिया जाएगा।
ऐसे समझे 800 बेड का गणित
मुखोपाध्याय ने बताया कि एक आइसोलेशन कोच में कोरोना (corona) के 8 मरीजों (patient) को रखा जा सकता है। इस लिहाज से 100 कोच में 800 कोरोना (corona) मरीजों की व्यवस्था हो सकती है। मुखोपाध्याय ने यह भी कहा कि जरूरत पडऩे पर छत्तीसगढ़ में स्थित रेलवे के अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए दिया जाएगा। रायपुर मेंं 50 बेड का रेलवे का अस्पताल उपलब्ध है।
कोच में ये है सुविधा
रेलवे के प्रत्येक कोच में मरीजों के लिए जरूरी सुविधा उपलब्ध है। साफ सुथरा लेट बाथ के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। हालांकि मुखोपाध्याय ने बताया कि क्रिटिकल मरीजों को कोच में नहीं रखा जा सकता। इन कोच में वेंटिलेटर मौजूद नहीं हैं।