रायपुर/नवप्रदेश। प्रदेश (chhattisgarh) भले अनलॉक हो गया, लेकिन राहगीरों के लिए सड़कों पर बसों (buses) के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। बस मालिकों (bus operators) की सोमवार को प्रदेश (chhattisgarh) के परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर (minister mohammad akbar) के साथ हुई बातचीत (meeting) बेनतीजा (unproductive) रही।
लिहाजा बस मालिकों (bus operators) ने एक बार और साफ कर दिया है कि जब तक उनकी प्रमुख मांगों को पूरा करने संबंधी सरकार से लिखित आश्वासन नहीं मिलता तब तक वे बसें नहीं चलाएंगे। सोमवार को प्रदेश के बस मालिकों ने अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी रायपुर में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात की। उन्हें अपनी 8 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। पर बैठक (meeting) फिलहाल बेनतीजा (unproductive) रही।
हालांकि मोहम्मद अकबर (minister mohamad akbar) ने बस मालिकों की मांगों को गंभीरता से सुना और कहा कि मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मोहम्मद अकबर ने कहा कि बस मालिकों की मांग जायज है। उन्होंने कहा कि बस ऑपरेटर्स से आजू-बाजू केे राज्यों में की गई व्यवस्था से संबंधित दस्तावेज मंगाए गए हैं। दस्तावेज मिलने पर अधिकारियों के साथ चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
तीन-चार प्रमुख मांगों पर चाहिए लिखित आश्वासन : देशलहरा
वहीं बस (buses) ऑपरेटर्स की ओर से छत्तीसगढ़ बस परिचालक संघ के अध्यक्ष प्रकाश देशलहरा ने कहा कि बैठक में शासन की ओर से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। चीन-चार प्रमुख मांगों पर जब तक लिखित में आश्वासन नहीं मिलता तब तक हम बसें नहीं चलाएंंगे।
ऑपरेटर्स की प्रमुख मांगें
- सितंबर 2020 से मार्च 2021 तक टैक्स में छूट दी जाए।
- डीजल के वैट में 50 फीसदी की छूट, डीजल की कीमत के साथ किराया वृद्धि, टोल टैक्स में छूट मिले।
- बस संचालन के लिए जरूरी फॉर्म का शुल्क कम किया जाए।
- किराए के लिए ओडिशा और अन्य राज्यों की तर्ज पर तय नियम बनाने की मांग
वित्तीय पहलू का पेंच
परिवहन मंत्री अकबर की ओर से कहा गया है कि बस ऑपरेटर्स की कुछ मांगें वित्तीय पहलुओं से जुड़ी हैं। इसलिए मंत्रिमंडल की बैठक में इन पर चर्चा जरूरी है।