नवा रायपुर के नए विधानसभा भवन में शुरू हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही राजनीतिक बयानबाजी तेज (Chhattisgarh Assembly Winter Session) हो गई। विपक्षी कांग्रेस द्वारा विजन डॉक्यूमेंट से जुड़ी चर्चा में हिस्सा नहीं लेने पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कड़ा रुख अपनाते हुए इसे जनभावनाओं से कटाव बताया।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट किसी दल विशेष का दस्तावेज नहीं है, बल्कि जनता से संवाद और सुझावों के आधार पर तैयार किया गया राज्य का भविष्य-पत्र है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब विकास की दिशा और नीति पर बात हो रही है, तब विपक्ष का चर्चा से बाहर रहना किस तरह की राजनीति को दर्शाता है।
विकास की बहस से दूरी क्यों?
सत्र शुरू होने से पहले मीडिया से चर्चा में विजय शर्मा ने कहा कि विधानसभा लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंच है। यहां विरोध दर्ज कराने के कई तरीके हैं, लेकिन चर्चा से दूर रहना छत्तीसगढ़ के हितों पर चुप्पी साधने जैसा (Chhattisgarh Assembly Winter Session) है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को मंच पर आकर अपनी बात रखनी चाहिए थी, ताकि जनता तक एक स्पष्ट संदेश जाता।
‘वोट चोर’ विवाद पर भी सरकार का पलटवार
कांग्रेस की ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ रैली पर प्रतिक्रिया देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि मतदाता सूची और नागरिकता जैसे विषय बेहद संवेदनशील (Chhattisgarh Assembly Winter Session) हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार भी यही मानती है कि जो देश का नागरिक नहीं है, उसे वोट देने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। जनता अब इन मुद्दों को समझ रही है और लोकतंत्र में अपना निर्णय स्पष्ट रूप से दे रही है।
नए भवन में नया अध्याय
इस शीतकालीन सत्र के साथ छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही ने एक नए दौर में प्रवेश किया है। वर्ष 2000 में राज्य गठन के बाद से अब तक 76 सत्रों में सैकड़ों बैठकें हो चुकी हैं। पहली बार नवा रायपुर के आधुनिक विधानसभा भवन में सत्र का आयोजन राज्य की संसदीय यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है।
क्यों अहम है यह सत्र?
यह सत्र न केवल नए विधानसभा भवन में पहला है, बल्कि राज्य के भविष्य की योजनाओं और नीतिगत दिशा पर चर्चा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजनीतिक संकेत क्या?
विजन डॉक्यूमेंट से दूरी को सरकार विपक्ष की रणनीति बता रही है, जबकि आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सदन के भीतर और बाहर बहस तेज होने के संकेत हैं।

