भूकंप, बाढ़ और बर्फबारी का 120 साल तक नहीं पड़ेगा ब्रिज पर असर
नवप्रदेश डेस्क। Chenab Bridge Of India : चिनाब ब्रिज को रियासी जिले में बक्कल से कौड़ी के बीच बनाया गया है। इसकी लागत 1400 करोड़ रुपए है। 20 जून को ट्रेन का ट्रायल रन हुआ था। चिनाब ब्रिज 120 साल तक भूकंप, बाढ़ और बर्फबारी को झेल सकता है। अब दुनिया के सबसे ऊंचे स्टील आर्च ब्रिज पर भारत देश के स्वतंत्रता दिवस यानी 15 अगस्त को पहली ट्रेन चलेगी। करीब 2 दशक के बाद चिनाब नदी पर बना ये ब्रिज बनकर तैयार हो गया है।
कई अलग अलग फेज में 209 किमी लाइन बिछाई जा चुकी है। इस साल के अंत तक रियासी को कटरा से जोड़ने वाली आखिरी 17 किमी लाइन बिछाई जाएगी। इस रूट में जम्मू के रियासी से कश्मीर के बारामूला तक पैसेंजर ट्रैवल कर सकेंगे।
चिनाब ब्रिज के प्रमुख बिंदु
- 20 जून को ट्रेन का ट्रायल रन हुआ था
- 16 जून को ब्रिज पर इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल हुआ
- यह ब्रिज पेरिस के एफिल टावर से 29 मीटर ऊंचा है
- ब्रिज 40 किलो विस्फोटक और 8 तीव्रता तक भूकंप झेल सकता है
- कश्मीर घाटी हर मौसम में ट्रेन के जरिए भारत के दूसरे हिस्सों से जुड़ जाएगी
- 17 पिलर्स पर खड़े इस ब्रिज को अगले 120 साल के लिए बनाया गया है
- चिनाब ब्रिज कश्मीर के अखनूर इलाके में बना है इसलिए पाकिस्तान टेंशन में है