रायपुर, नवप्रदेश। चंदूलाल चंद्राकर स्मृति शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय मेँ आज शिक्षक दिवस बहोत उत्साह से मनाया गया | चिकित्सा छात्रों ने एक गरिमामयी कार्यक्रम मेँ अपने शिक्षको का सम्मान किया |
इस अवसर पर अधिष्ठाता डॉ. प्रदीप कुमार पात्रा ने कहा कि हमारा एक वास्तविक गुरु मरीज़ भी होता है जिसके हम हर कदम पर सीखते हैं और सर्जन या अन्य बड़े विशेषज्ञ बनते हैं |
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अतुल मनोहर राव देशकर ने कहा कि गुरु, महा गुरु, गुरु तुल्य ये गुरुओं की मुख्य तीन श्रेणीयाँ होती हैं जो हमें अपने ज्ञान से प्रकाशित करते रहते हैं | उन्होंने आगे कहा कि ज़िंदगी से ज़िंदगी भर जिंदादिली से सीखते रहना चाहिए
शिशु रोगों के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.ओमेश खुराना ने कहा कि – किसी भी कॉलेज की शक्ति उसके विद्यार्थी होते हैं! प्रथम गुरु माँ द्वितीय धरती माँ तृतीय पिता चतुर्थ गणेश जिन्होंने माता पिता की परिक्रमा की कर ये सिद्ध कर दिया कि उनका स्थान हमारे जीवन मेँ सर्वोपरी है और पचंम शिक्षक जिनसे ज्ञान मिलता है। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ. विनम्रता शुक्ला ने किया!