0 विक्रम लैंडर का पहला अन्वेषण, सतह पर करीब 50 डिग्री तापमान, 80 मिलीमीटर की गहराई में माइनस 10°C
नवप्रदेश डेस्क। Chandrayaan-3 Vikram Lander : ISRO को नई पुष्ट जानकारी मिली है। चंद्रयान- 3 के विक्रम लेंडर के मुताबिक चांद की सतह का तापमान 50 डिग्री 80 एमएम गहराई की माइनस 10°C है। इसरो ने शनिवार 26 अगस्त को प्रज्ञान रोवर का दूसरा वीडियो शेयर किया।
इसमें दर्शाया गया है कि चंद्रमा के साउथ पोल की सतह पर तापमान करीब 50 डिग्री सेल्सियस है। वहीं, 80mm की गहराई में टेम्प्रेचर माइनस 10°C रिकॉर्ड किया गया। चास्टे में 10 टेम्प्रेचर सेंसर लगे हुए हैं, जो 10cm यानी 100mm की गहराई तक पहुंच सकते हैं।
Chandrayaan-3 Vikram Lander : चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर में लगे चास्टे (ChaSTE) पेलोड ने चंद्रमा के तापमान से जुड़ा पहला ऑब्जर्वेशन भेजा है। चंद्रयान-3 मिशन के तीन हिस्से हैं। प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर और रोवर। इन पर कुल 7 पेलोड लगे हैं। ChaSTE यानी चंद्र सरफेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट के मुताबिक चंद्रमा की सतह और अलग-अलग गहराई पर तापमान में काफी अंतर है।
इसी तरह लैंडर पर तीन पेलोड लगे हैं। रंभा, चास्टे और इल्सा। प्रज्ञान पर दो पेलोड हैं। एक इंस्ट्रूमेंट अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का भी है जिसका नाम है लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर अरे। ये चंद्रयान-3 के लैंडर पर लगा हुआ है। ये चंद्रमा से पृथ्वी की दूरी मापने के काम आता है।
ISRO का यह है कहना
इसरो ने कहा कि चंद्रयान-3 मिशन के 3 उद्देश्य थे, जिनमें से 2 सफलतापूर्वक पूरे हो गए हैं- पहला; चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग। दूसरा; चांद की सतह पर रोवर को चलाने में कामयाब रहे। तीसरा; चांद की सतह पर वैज्ञानिक परीक्षण फिलहाल चल रहा है। सभी पेलोड सामान्य तरीके से काम कर रहे हैं।