बेंगलुरू। चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) ने चंद्रमा (moon) के दक्षिणी धु्रव में पहुंचने की एक और बाधा (Another obstacle) पार कर ली है इसी के साथ चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) अपने लक्ष्य (lakshy) के और करीब पहुंच गया है। वहीं विक्रम लैंडर (Vikram Lander) के सफलतापूर्वक ऑर्बिटर से अलग होने के एक दिन बाद चंद्रयान-2 की पहली डी-ऑर्बिटिंग की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो गई।
इस प्रक्रिया में चार सेंकड का समय लगा और वर्तमान में चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) का ऑर्बिटर चंद्रमा (Orbiter moon) की कक्षा में परिक्रमा करता रहेगा। चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर (Orbiter) और लैंडर (Lander) दोनों सही तरह से और सही दिशा में कार्य कर रहे हैं। चंद्रयान-2 की डी-ऑर्बिटिंग की अगली प्रक्रिया कल सुबह साढ़े तीन और साढ़े चार बजे के बीच पूरी होगी।