ज्योतिष डेस्क। Chandra Grahan Updates : आज 08 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है। यह ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण है। ग्रहण भारत में ज्यादातर हिस्सों में आंशिक रूप से दिखाई देगा। आज सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश में पूर्ण चंद्र देखने को मिलेगा। भारत में ग्रहण दिखाई देने के कारण इसका सूतक काल मान्य होगा। ग्रहण से 09 घंटे पहले सूतक काल लग जाएगा। यह ग्रहण आज मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लग रहा है।
आपके शहर में चंद्र ग्रहण का समय
आज आपके शहर में कितने बजे दिखेगा चंद्र ग्रहण यहां जानें…
शहर | कब से शुरू | शहर | कब से शुरू |
दिल्ली | 5.28 | नोएडा | 5.30 |
अमृतसर | 5.32 | लखनऊ | 5.16 |
भोपाल | 5.36 | लुधियाना | 5.34 |
जयपुर | 5.37 | शिमला | 5.20 |
मुंबई | 6.01 | कोलकाता | 4.52 |
रायपुर | 5.21 | पटना | 5.00 |
इंदौर | 5.43 | देहरादून | 5.22 |
उदयपुर | 5.49 | गांधीनगर | 5.55 |
चंद्र ग्रहण 2022- क्या करें और क्या न करें
– चंद्र ग्रहण के शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक काल लगने पर पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान नहीं करना चाहिए।
– चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं (Chandra Grahan Updates) को सावधानी बरतनी चाहिए। ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को अंदर ही रहना चाहिए।
– ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए ध्यान और मंत्रों का जाप करें।
– ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर बंद कर देना चाहिए।
– ग्रहण के दौरान कुछ भी खाना या पीना नहीं चाहिए।
– ग्रहण के दौरान मंदिरों के पट को बंद करके रखना चाहिए।
चंद्र ग्रहण के दौरान करें ये उपाय
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा का विशेष महत्व होता है। चंद्रमा मन और जल तत्व का कारक है। चंद्र ग्रहण के दौरान अगर कुछ उपाय किया जाय तो कुंडली में मौजूद चंद्रमा को मजबूत किया जा सकता है। कुंडली में चंद्रमा के मजबूत होन पर हमेशा शुभ फल की प्राप्ति होती है।
– चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए चंद्रमा से जुड़े मंत्रों का जाप करना चाहिए।
– इसके अलावा भगवान शिव के मंत्रों का जाप ग्रहण के दौरान करना लाभदायक माना गया है।
– ग्रहण के दौरान महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से उत्तम सेहत की प्राप्ति होती है।
– ग्रहण के दौनान अपने कुल देवी-देवताओं से जुड़े मंत्रों का जाप करना ग्रहण के प्रभाव को कम कर देता है।
ऊं नम:शिवाय
श्री गणेशाय नम:
ऊं नमो भगवते वासुदेवाय
ऊं रामदूताय नम:
दुं दुर्गायै नम:
कृं कृष्णाय नम:
रां रामाय नम:
इस चंद्र ग्रहण 4 राशि वालों को रहना होगा सतर्क
साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि में है। ऐसे में इस राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। धन हानि और मानसिक परेशानियां आ सकती हैं। मेष राशि के अलावा वृषभ, सिंह और मीन राशि के जातकों पर भी इस ग्रहण का बुरा प्रभाव देखने को मिल सकता है। इन सभी चार राशि के जातकों को सेहत से संबंधित छोटी-छोटी बीमारियां घेर सकती हैं। धन की हानि और बेवजह के खर्चे बढ़ सकते हैं। मानसिक और आर्थिक परेशानियां बढ़ सकती हैं। ऐसे इन चार राशि के जातकों को ग्रहण के दौरान लगातार मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए और ग्रहण के बाद दान करना भी लाभ दे सकता है।
इस चंद्र ग्रहण का ज्योतिषीय विश्लेषण
हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर होता है। आज कार्तिक पूर्णिमा की तिथि है इस दिन दान और स्नान करने का विशेष महत्व होता है। आज शाम को लगने वाला चंद्र ग्रहण मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लगेगा। वहीं चंद्रमा केतु के साथ विराजामान होंगे शनि और गुरु अपनी राशि में मौजूद रहेंगे।
आज शाम को जैसे ही सूर्यास्त होगा वैसे ही साल के आखिरी चंद्र ग्रहण का नजारा देखने को मिलेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में देखा जा सकेगा। देश के पूर्वी भाग में सबसे पहले पूर्ण चंद्र ग्रहण और बाद में बाकी जगहों पर आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। यह ग्रहण 15 दिनों के अंतराल पर दूसरा होगा इसके पहले दिवाली के अगले दिन यानी 25 अक्तूबर को भी सूर्य ग्रहण लगा था। सबसे पहले ईटानगर में शाम 04 बजकर 23 मिनट के करीब चंद्र ग्रहण दिखाई देगा जो पूरे देश में शाम 06 बजकर 19 मिनट तक रहेगा
आज के चंद्र ग्रहण की खास बातें
आज लगने वाला चंद्र ग्रहण साल का आखिरी ग्रहण (Chandra Grahan Updates) होगा। यह भारत समेत दुनिया के कई जगहों में देखा जाएगा। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। भारत में इस ग्रहण को देखा जा सकेगा। जिस कारण से इसका सूतक काल मान्य होगा। आइए जानते हैं आज होने वाले इस चंद्र ग्रहण में क्या होगी खास बातें-
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण- 08 नवंबर
ग्रहण की शुरुआत- दोपहर 02:39 मिनट से
भारत में ग्रहण- 4:23 से 6:19 तक
सूतक प्रारंभ- सुबह 09:21 मिनट से
देश में चंद्र ग्रहण
पूर्ण चंद्र ग्रहण : कोलकाता, कोहिमा, पटना, पुरी, रांची और ईटानगर
आंशिक ग्रहण : शेष भारत में आंशिक चंद्र ग्रहण
दुनिया में चंद्र ग्रहण: उत्तरी-पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशान्त महासागर, उत्तर और दक्षिण अमेरिका