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Chanakya Niti : प्रात:काल न करें ये 3 काम, नकारात्मकता से बचने को बदल लें आदतें

नई दिल्ली, नवप्रदेश। महान ग्रंथ अर्थशास्त्र के रचयिता आचार्य चाणक्य की तेज और रणनीतिक बुद्धि का लोहा आज भी लोग मानते हैं। चाणक्य ने नीतिशास्त्र में कई नियम और जीवन के सूत्र बताए हैं जिन्हें लोग चाणक्य नीति के नाम से जानते हैं।

चाणक्य ने प्राचीन काल में देश, काल और परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए कई बातें लिखी (Chanakya Niti) हैं। उन बातों कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें लोग आज भी मानते हैं।

इंसान की आम जिंदगी से जुड़े पहलुओं पर भी चाणक्य ने कुछ नियम बनाए हैं जिनमें से यह भी है कि सुबह किस प्रकार से दिनचर्या की शुरुआत करें जिससे कि पूरा दिन अच्छा गुजरे। उन्होंने तीन बातों का जिक्र किया है जिन्हें व्यक्ति को बेड छोड़ने के साथ ही नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि इन तीन कार्यों के साथ दिन की शुरुआत करना अच्छा नहीं (Chanakya Niti) रहता।

प्रात:काल न करें ये 3 काम:

1- सुबह उठते ही न देखें दर्पण-
बहुत से लोगों के बेडरूप में शीशा लगा होता है और वे उठते ही सबसे पहले उस शीशे पर अपना चेहरा देखते हैं। चाणक्य के अनुसार, ऐसा करना एक बुरी आदत होती है। ऐसा करने से मन में नकारात्मक भाव आते (Chanakya Niti) हैं और पूरे दिन नकारात्मकता के विचार उसका पीछा नहीं छोड़ते। माना जाता है कि सोकर उठते ही आपका चेहरा आपको अच्छा नहीं लगेगा या इससे देखने से मन में नकरात्मक ऊजा आएगी।

2- दूसरों का चेहरा न देंखें– 
सुबह उठते ही न करने वाले कामों में दूसरों का चेहरा न देखना भी शामिल है। चाणक्य के अनुसार भगवान को ध्यान करते हुए जो व्यक्ति बिस्तर छोड़ता है उसका पूरा दिन अच्छ गुजरता है। सुबह-सुबह किसी पुरुष या महिला का चेहरा नहीं देखना चाहिए। सुबह ईश्वर का स्मरण कर बेड छोड़ें और ब्रश करने के बाद खुद का प्रसन्न चेहरा देखें।

3- जानवरों लड़ाई / हिंसक वीडियो-
आजकल लोग वाट्एस या सोशल मीडिया या टीवी पर जानवरों की लड़ाई या देखते रहते हैं। लेकिन चाणक्य की मानें तो यदि सुबह -सुबह दो जानवरों जैसे कुत्ता, बिल्ली आदि की लड़ाई दिखती है तो यह अशुभ है। माना जाता है कि ऐसा दिखने से दिन संकटमय हो सकता है। इसके लिए सुबह की शुरुआत अच्छी और सकारात्मक बातों से करनी चाहिए। शायद यही कारण है बहुत से लोग सुबह पूजा-इबादत करते हैं या भजन सुनते हैं। 

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