chanakya neeti: पृथ्वी पर स्वर्ग से उतरे अवतारों के जन्म लेने पर उनकी.. चार गुणों से की जा सकती है।
पहचान निम्न
- उदारतापूर्वक दान देने की प्रवृत्ति,
- सदैव मीठी वाणी में मधुर वचन कहना,
- देवों की पूजा-अर्चना करना,
- ब्राह्मणों को भोजन-वस्त्र आदि देकर तृप्त रखना।
अभिप्राय यह है कि दानशील, मधुरभाषी, देवपूजक और ब्राह्मणों के प्रति सेवाभाव रखने वाले व्यक्ति का ही पृथ्वी पर स्वर्गलोक से अवतरित दिव्य पुरूष समझना चाहिए। यही अवतारों के गुण होते हैं।
इस संसार में अधम व्यक्ति धन को ही महत्व देते हैं। उन्हें जैसे-तैसे धन मिलना चाहिए, केवल धन प्राप्त करना ही उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य होता है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए वह किसी भी स्तर तक जा सकते हैं और मान-सम्मान उनके लिए कोई महत्व नहीं रखता है। शरीर बेचकर धन कमाने वाली वेश्या की कोटि में ही ऐसे लोगों को रखा जाना चाहिए।