Champai Soren followed the path of Jitan Ram Manjhi: पहले किसी को कुर्सी पर आसीन कराओगे फिर उसको स्टूल थमाओगे तो उसका दिमाग खराब होना स्वाभाविक है।
बिहार में नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री पद पर आसीन कराया था और बाद में उनको हटाकर फिर से मुख्यमंत्री बन गए थे। नतीजतन जीतन राम मांझी ने अपनी अलग पार्टी भी बना ली थी।
यही काम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। परिणाम स्वरूप चंपई सोरेन भी जीतन राम मांझी की राह पर चल पड़े हैं। सीधी सी बात है एक बार किसी को छप्पन भोग मिल जाए फिर वो दाल रोटी से कैसे गुजारा कर सकता है?