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…जब सदन में फंसा परीक्षण व जांच का पेंच, सवाल भगत से और भिड़े चौबे-चंद्राकर…

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CG Vidhansabha Winter Session 2020 : प्रश्नकाल में कांग्रेस सदस्य दलेश्वर साहू ने उठाया कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी का मामला

-मंत्री भगत पहले बोले-करवा लेंगे परीक्षण
-आसंदी ने कहा- जवाब संतोषजनक होगी जांच
-चंद्राकर की चुटकी-मंत्रीजी से पूछ लें जांच या परीक्षण
-आखिरकार भगत ने कहा- जांच पर अड़े हैं तो यही होगी

रायपुर/नवप्रदेश। CG Vidhansabha Winter Session 2020 : सदन की कार्यवाही के दौरान संसद से लेकर विधानसभा में माननीयों के चुटीले अंदाज देखने को मिलते हैं। कभी-कभी ये हल्की-फुल्की बातें भी अपने आप में बड़ी गंभीरता वाली होती हैं। ऐसी हा एक वाकया बुधवार को सदन में देखने को मिला।

वो भी प्रश्रकाल की शुरुआत में जब कांग्रेस के दलेश्वर साहू ने अपने प्रश्र पर चर्चा के दौरान अपने क्षेत्र में धान की कस्टम मिलिंग में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। दलेश्वर साहू ने विधानसभा (CG Vidhansabha Winter Session) में पूछा था कि मार्कफेड राजनांदगांव में 2018 से 2020 तक कितने राइस मिलर्स धान की कस्टम मिलिंग हेतु पंजीकृत हैं।

उन्हें मिलिंग के लिए कितना टन धान दिया गया व उनसे कितना उसना व अरवा चावल लिया गया। उन्होंने यह भी पूछ कि पंजीयन के लिए मिलर्स केे लिए कौन कौन से दस्तावेज जरूरी है। मंत्री भगत ने इसका जवाब दिया और यह भी बताया कि मिलर्स को बिजली कनेक्शन संबंधी दस्तावेज देना भी जरूरी है।

इस पर साहू ने अपने क्षेत्र के ऐसे मिलर्स के नाम गिना दिए जिनका उनके मुताबिक बिजली कनेक्शन नहीं है और फिर भी उनसे कस्टम मिलिंग करा ली गई। दलेश्वर साहू ने इस पूरे मामले की जांच की मांग की। विपक्षी सदस्यों का भी साहू को समर्थन मिल गया। और भाजपा के चंद्राकर व बृजमोहन अग्रवाल ने मंत्री से इसकी जांच कराने का ऐलान करने की मांग कर डाली।

ये कहा मंत्री भगत ने

इस पर मंत्री भगत ने साहू से कहा ऐसा होना संभव नहीं है। पंजीयन के समय सभी दस्तावेज मंगा लिए जाते हैं। यदि किसी ने फर्जी दस्तावेज दिए हैं तो आप उन्हें दे दीजिए हम परीक्षण करा लेंगे। विपक्ष ने इस पर आग में घी का काम करते हुए कहा कि मंत्रीजी को जांच की घोषणा करनी चाहिए।

इस पर उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने कहा कि मंत्रीजी का जवाब संतोषजन है। वे जांच कराने को तैयार हैं। इसी बीच चंद्राकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि मंत्रीजी से पूछ लिया जाए कि वे जांच कह रहे हैं या परीक्षण। इस पर दलेश्वर साहू ने भी कहा कि जांच होनी चाहिए। आखिरकार मंत्री भगत को कहना पड़ा- अब आप जांच पर अड़े हैं तो जांच ही करवा लेंगे।

मंत्री चौबे चंद्राकर से- सदन में आप ही विद्वान

विधानसभा (CG Vidhansabha Winter Session) में जब चंद्राकर ने मंत्री भगत के परीक्षण शब्द पर सवाल उठाया तो मंत्री रवींद्र चौबे उन्हें टोकने लगे। इस पर चंद्राकर ने उनसे कहा- मैं आपके जितना विद्वान नहीं हूं। तो मंत्री चौबे ने कहा- सदन में आप ही विद्वान हैं।

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