रायपुर/नवप्रदेश। cg vidhansabh live: आज विधानसभा सत्र के प्रथम दिन राज्यपाल रेमन डेका ने अपना अभिभाषण दिया। इसके साथ ही विधानसभा सदन स्थगित करते हुए अब 27 फरवरी को अभिभाषण पर चर्चा होगी। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि छत्तीसगढ़ विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में अमूल्य योगदान दे रही है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के सपनों को राज्य सरकार पूरा कर रही है। राज्य में ट्रिपल इंजन सरकार है, मेरी सरकार ने राज्य में विकास के साथ भ्रष्ट्राचार मुक्त प्रशासनिक व्यवस्था जनता को दे रही है। मेरी सरकार किसानों की हितैषी है।
किसानों को 3100 रुपए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कर रही। मेरी सरकार नारी शक्ति का वंदन करती है। इसलिए हमारी सरकार महिलाओं को सशक्त करने हेतु महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने पहली तारीख को उनके खातों में एक हजार रुपए डाल रही है। ग्रामीण विकास के क्षेत्र में तमाम कल्याणकारी योजनाओं को मूर्त रूप दे रही है। युवाओं को कौशल विकास योजनाओं को तेजी के काम हो रहा है। स्टार्ट अप के जरिए आज छत्तीसगढ़ पूरे देश में अपना प्रमुख स्थान बनाया है।
कहा कि हमारी सरकार रेलवे की लाइनों को बिछाने के साथ ही सड़क सहित अधोसंरचना के कार्य तेजी से हो रहे है। नई उद्योग नीति लागू की गई है। राज्य में एक लाख करोड़ के निवेश मिल चुके है। साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में राज्य सरकार की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों के विकास के महत्वपूर्ण योजनाओं को मूर्त रूप दिया गया है। राज्यपाल ने कहा ही सुदूर क्षेत्र में विकास, वन विभाग सहित राज्य सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं को गिनाया।
साइबर क्राइम को लेकर कहा इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार कारगर कदम का भी उल्लेख किया। बस्तर में नियाद नेलार योजना के तहत विकास कार्य हो रहे है। इससे अब लोग नक्सल हिसा छोड़कर माओवादी आत्मसर्पित कर रहे है। नक्सल वाद को खत्म कर अब प्रदेश को नक्सल मुक्त बनाने की ओर है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने अयोध्या में श्री राम के दर्शन की योजना के तहत लोगों को दर्शन कराया। राजिम कुंभ का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
जब भूपेश ने राज्यपाल के अभिभाषण के बीच में टोका, ये थी इसकी वजह
जब राज्यपाल अपना अभिभाषण दे रहे थे उसी वक्त पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टोका। वाक्या ये था कि जैसे ही राजपाल रेमन डेका ने रेल परियोजनाओं के तहत राज्य में रेल पटरियों के बिछाने की बात कही, वैसे ही भूपेश बघेल ने बीच में ही कहने लगे कि महोदय ऐसे रेल विकास से क्या मतलब। जब ट्रेनें रद्द और विलंबित चल रही हैं।