Site icon Navpradesh

CG Vidhansabha : टैबलेट पर घिरे शिक्षामंत्री, विधानसभा अध्यक्ष कराएंगे जांच

Planning Commission Chairman :

Planning Commission Chairman :

रायपुर/नवप्रदेश। CG Vidhansabha : विधानसभा बजट सत्र के छठवें दिन कांग्रेस विधायक ने ही स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को घेर लिया। विधायक लखेश्वर बघेल ने प्रश्नकाल सवाल करते हुए स्कूलों में बायोमेट्रिक टैबलेट से हाजिरी का मामला उठाते हुए इस पर खर्च की गई राशि के साथ वर्तमान में संचालित टैब की जानकारी मांगी थी।

643 बायोमेट्रिक टैबलेट में महज 7 ही उपयोगी

शिक्षामंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने विधायक के सवाल का जवाब देते हुए गड़बड़ी की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि, बस्तर विधानसभा क्षेत्र के 643 स्कूलों में बायोमेट्रिक टैबलेट दिए गए थे, जिसमें महज 7 टैबलेट ही उपयोगी हैं, और 636 टैबलेट अनुपयोगी हैं। 2017 से 2022 तक इसमें 141 लाख रुपए व्यय किए गए हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया, तीन साल में खराब होने पर फ्री में रिपेयर की शर्त थी, लेकिन ऐसा कराया नहीं जा सका। खराब टैबलेट का सुधार शाला अनुदान निधि से किया जा सकता है। अनुपयोगी टैबलेट सुधार योग्य नहीं है। टैबलेट खरीदी में 1 करोड़ 41 लाख रुपए खर्च किये गए थे।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने पूछा एक टेबलेट कितने का पड़ता है। शिक्षामंत्री ने जवाब दिया कि एक टैबलेट 11 हजार 682 का है, और 3 साल तक रिपेयर की बात कही गई है। विधानसभा अध्यक्ष ने फिर पूछा कि ये कहां से खरीदे जाते हैं रायपुर से आते हैं, या दिल्ली से आते हैं? इस पर मंत्री ने बताया कि चिप्स से खरीदी हुई थी।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- बच्चों के साथ धोखा

विधानसभा अध्यक्ष (CG Vidhansabha) ने इस पर कहा कि यह बच्चों के साथ धोखा है। पूरे मामले की जांच करते हुए कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिये। वहीं विधायक लखेश्वर बघेल ने विधानसभा से कमेटी बनाकर जांच कराने की मांग की। स्कूल शिक्षामंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा परिस्थितियां जांच कराने लायक हैं। एक भी टैबलेट रिपेयर लायक नहीं है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने जाँच का ऐलान किया।

अभी तक 7571 शिक्षकों की भर्ती ही पूरी हो पाई

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के सवाल पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया, प्रदेश में चल रही 14 हजार 580 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अभी भी जारी है। इनमें से केवल 7 हजार 571 शिक्षकों की भर्ती पूरी हुई है। 7 हजार 9 लोगों की भर्ती प्रक्रिया जारी है। एक सवाल के जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा, कोरोना आदि की वजह से दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया प्रभावित हुई थी।

जर्जर भवनों में स्कूल पर सवाल उठा

कांग्रेस विधायक छन्नी साहू ने खुज्जी क्षेत्र में जर्जर भवनों में स्कूल संचालित होने का मामला उठाया। उन्होंने एक स्कूल की फोटो लहराई। जिसमें लकड़ी से बने ढांचे में कक्षा चल रही थी। स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा, ऐसे स्कूलों में पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, जर्जर स्कूलों का प्राथमिकता के आधार पर निर्माण होना चाहिए।

Exit mobile version