रायपुर/नवप्रदेश। CG Vidhansabha : छग विधानसभा के मानसून सत्र का आज पहला दिन मंत्री टीएस सिंहदेव को लेकर विपक्षी हंगामे की भेंट चढ़ गया। दरअसल, प्रश्रकाल समाप्त होते ही विपक्ष के नेता बृजमोहन अग्रवाल ने व्यवस्था का प्रश्र उठाते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव के विभाग छोडऩे के संबंधी मुख्यमंत्री को लिखे पत्र पर सदन में मुख्यमंत्री से बयान देने की मांग की।
संवैधानिक तर्कों के साथ सदन में विपक्ष (CG Vidhansabha) की मांग थी कि चूंकि मंत्री ने संविधान की शपथ ली है और उनके विभाग छोडऩे संबंधी पत्र के बाद आज सदन में भी उपस्थित नहीं है। यह व्यवस्था का प्रश्न है। अत: सरकार की ओर से मुख्यमंत्री को बयान दिया जाना चाहिए। हालांकि सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे का कहना था कि विपक्ष की इस मांग का कोई औचित्य नहीं है और उस पत्र का सदन से कोई लेना देना नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर के साथ ही पूरे विपक्ष ने इतना हंगामा किया सदन की कार्रवाई पहले 10 मिनट के लिए स्थगित की गई। आधे घंटे बाद पुन: जब सदन की कार्रवाई शुरू हुई तो विपक्ष ने इसी मांग को दोहराते हुए उस शपथ का मजनून पढऩा शुरू किया जो आमतौर पर मंत्रियों द्वारा ली जाती है।
तब आंसदी से स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने नाराजगी (CG Vidhansabha) भरे स्वर में कहा कि किसको शपथ दिलवा रहे हो आप? इधर, सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे, डॉ. शिवकुमार डहरिया और कवासी लखमा ने मोर्चा संभाल रखा था, लेकिन विपक्षी हंगामे की सीमा पार होते ही आंसदी ने गुरूवार सुबह 11 बजे तक के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित करने की घोषणा कर दी।