रायपुर। (Chhattisgarh Assembly) छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक द्वारिकाधीश यादव ने पुलिस भर्ती गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए सवाल पूछा। जिस पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा (Deputy CM Vijay Sharma) ने जानकारी देते हुए कहा- 2 स्थानों में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी, बाकी स्थानों में कोई शिकायत नहीं मिली। राजनांदगांव में पुलिस अफसरों ने गड़बड़ी पाई परीक्षा निरस्त कर दिया गया है। मामले में पांच सदस्यीय टीम बनाकर जांच की जा रही है। 95 हजार वीडियो देखकर मामले की जांच जारी है।
विधायक द्वारिकाधीश यादव ने कहा- क्या आरक्षक, पुलिस भर्ती कर रहे हैं, पुलिस भर्ती में गड़बड़ी के लिए बड़े अफसर जिम्मेदार हैं। इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- कांग्रेस शासन के समय जो भर्ती नहीं हो सकी हमारी सरकार ने किया। जहां गड़बड़ी सामने आई वहां हमारी सरकार ने कार्रवाई की। पुलिस भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी सामने आते ही रद्द किया गया। जो पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का जिम्मेदार होगा वह जेल जाएगा।
नक्सल प्रभावित जिलों को केंद्र से 557 करोड़ मिला
नक्सल प्रभावित जिलों में साल 2019 से 2023 तक सुरक्षा संबंधी व्यय योजना के तहत कार्ययोजना राशि और खर्च का मामला उठा।अजय चंद्राकर ने राशि के प्रावधान और खर्चे को लेकर जानकारी मांगी। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा- वामपंथी नक्सल प्रभावित 15 जिले हैं। केंद्र से 557 करोड़ आया है और 998 करोड़ से ज्यादा व्यय हुआ है। इसकी वजह ये है कि पहले राज्य के बजट से ये राशि खर्च हो जाती है। फिर इसे रिम्बर्स कराया जाता है, मतलब खर्चे के बाद राशि आती है।
कार्ययोजना 13 बिंदुओं में भेजा गया – चंद्राकर
अजय चंद्राकर ने कहा- कार्ययोजना 13 बिंदुओं में भेजा गया है और खर्च 25 बिंदुओं में हुआ है। कार्ययोजना किसी और मद के लिए भेजी गई है और खर्च किसी और मद में हुए हैं। विजय शर्मा ने कहा- जिन बिंदुओं का जिक्र सदस्य कर रहे हैं वो सभी राज्य सरकार मद के हैं। सभी नॉम्र्स के तहत हैं, सब आगे जाकर क्लेम किया।
चंद्राकर ने एलडब्ल्यूई जिलों में खर्च पर पूछा सवाल
विधायक अजय चंद्राकर ने वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों का मुद्दा उठाते हुए रुङ्खश्व जिलों में खर्च पर सवाल पूछा। अजय चंद्राकर ने कहा- प्राप्त राशि से अधिक व्यय कर दिया गया है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा- प्राप्त होने के बाद राशि खर्च नहीं होती, राशि रीएंबर्स होकर आती है। 557 करोड़ प्राप्त हुए और 998 करोड़ की राशि खर्च की गई। पहले राशि राज्य के बजट से खर्च होती है फिर रीएंबर्स कराया जाता है।