दाऊ ने सर्वे की रिपोर्ट पढ़ ली है, रमन बोले- 5 साल के विकास पर खुद को भरोसा नहीं, अब बस घोषणाओं का सहारा है
रायपुर/नवप्रदेश। CG Election Politics 2023 : छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी का वादा एक बार फिर सूबे की सियासत को गरमा दिया है। CM भूपेश की घोषणा के बाद पूर्व CM डॉ.रमन सिंह ने पलटवार किया है।
कहा- 5 साल के विकास पर तो इन्हें कोई भरोसा रहा नहीं, अब बस घोषणाओं का सहारा बचा है। क्योंकि शायद दाऊ भूपेश बघेल ने सर्वे की रिपोर्ट पढ़ ली है।’
उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा- ‘पूर्ण कर्जमाफी के धोखे से 2018 में सरकार बनाई और 5 साल तक लाखों किसानों का कर्ज बरकरार रखा। अब आप सोचिये कि इस किसान विरोधी सरकार ने फिर ऐसा क्या किया कि किसान फिर कर्जदार हो गए?
दरअसल, भूपेश बघेल सोमवार को सक्ती पहुंचे हुए थे, जहां विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने अपना नामांकन भरा। सीएम भूपेश ने ऐलान किया कि छत्तीसगढ़ में फिर से कांग्रेस की सरकार आती है तो किसानों का ऋण माफ किया जाएगा।
इस घोषणा को उन्होंने अपने सोशल मीडिया ऑफिशियल एकाउंट X पर भी इसे शेयर किया है। इस वित्तीय वर्ष में कर्जमाफी की आस में छत्तीसगढ़ के किसानों ने लगभग 6000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। सीएम के बयान के बाद सियासी हमले तेज हो गए हैं।
इस घोषणा को उन्होंने अपने सोशल मीडिया ऑफिशियल एकाउंट X पर भी इसे शेयर किया है। इस वित्तीय वर्ष में कर्जमाफी की आस में छत्तीसगढ़ के किसानों ने लगभग 6000 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। सीएम के बयान के बाद सियासी हमले तेज हो गए हैं।
विधानसभा चुनाव में कर्ज माफी का मुद्दा एक बड़ा फैक्टर कांग्रेस की जीत में साबित हुआ था और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अभी से यह घोषणा कर यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस एक बार फिर किसानों के हितों को केंद्र मानकर घोषणा पत्र तैयार करने वाली है।
हालांकि कांग्रेस के 2018 के जनघोषणा पत्र के 36 वादो को पूरा नहीं करने का आरोप भाजपा लगाती रही है। शराबबंदी, रोजगार सहित कई मुद्दों को लेकर भाजपा नेता विधानसभा से सड़क तक भूपेश सरकार को घेरती रही है। चुनावी वादा पूरा नहीं होने को लेकर दुर्ग कोर्ट में एक परिवाद भी दायर है।