– Dgp DM awasthi : कानून व्यवस्था पर वर्चुअल समीक्षा बैठक में ली सभी की क्लास
रायपुर/नवप्रदेश । Dgp DM awasthi : प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री और परिवहन को लेकर राज्य के पुलिस प्रमुख ने वीसी के जरिए पुलिस अधीक्षको की क्लास ली। डीजीपी ने अवैध शराब की बिक्री और परिवहन पर सख्ती से रोक लगाने पुलिस अधीक्षको को कड़े शब्दों में कहा है।
इसके बाद भी अगर राज्य के किसी जिले से शिकायत आई तो डीजीपी (Dgp DM awasthi) ने स्पष्ट कहा है कि इसकी जवाबदेही एसपी की होगी और राजपत्रित अधिकारी की विभागीय जांच कर क्षेत्र के थानेदार को निलंबित किया जाएगा।
वही महिला संबंधी अपराध की जांच कार्रवाई में तेजी लाने के साथ डीजीपी (Dgp DM awasthi) ने विभाग में अपराधिक प्रवित्ति के पुलिस कर्मियों की कोई जगह नही होने की बात वीडियो कांफ्रेंसिंग में कही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप अवैध शराब पर रोक लगाने के लिये डीजीपी डीएम अवस्थी ने सभी आईजी और एसपी को कड़े निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री और परिवहन पर सख्त कार्रवाई करें।
अवैध शराब मिलने पर संबंधित टीआई का निलंबन और राजपत्रित अधिकारी के विरूद्ध विभागीय जांच की जायेगी। सीमावर्ती जिलों राजनांदगांव, कर्वधा, मुंगेली शराब के अवैध परिवहन पर विशेष निगरानी रखें।
सूचना मिलने पर पुलिस मुख्यालय से भी उडऩदस्ता भेजकर कार्रवाई की जायेगी। जिस जिले में अवैध शराब पर कार्रवाई हो इसकी सूचना तत्काल पुलिस मुख्यालय को दी जाये। डीजीपी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी आईजी और एसपी के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
महिला विरूद्ध अपराधों पर निर्देश
समीक्षा बैठक में डीजीपी (Dgp DM awasthi) ने कहा कि महिला विरूद्ध अपराधों पर सभी जिले त्वरित कार्रवाई कर रहे हैं। सूरजपुर, बस्तर, रायगढ़ और बिलासपुर जिलों ने दुष्कर्म के मामलों में बहुत ही कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान प्रस्तुत किया है।
महिला विरूद्ध अपराधों में शीघ्र चालान प्रस्तुत करने के साथ ही सबूत भी तत्काल एकत्रित करें जिससे अपराधियों को सजा दिलाई जा सके।
ताकीद, अनुशासनहीन, अपराधी नहीं चलेंगे
डीजीपी श्री अवस्थी (Dgp DM awasthi) ने सभी एसपी से कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासनहीन और अपराधिक प्रवृत्ति के पुलिसकर्मियों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधिक प्रवृत्ति के पुलिसकर्मियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायेगी।
बालोद में पुलिसकर्मी द्वारा बच्ची के साथ अमानवीय व्यवहार के मामले में दुर्ग आईजी और एसपी ने तत्काल बर्खास्तगी की कार्रवाई करके उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि विभागीय जांच में जिन पुलिसकर्मियों के विरूद्ध आरोप सिद्ध हो चुके हैं उन पर आईजी और एसपी तत्काल कार्रवाई करें।