रायपुर/नवप्रदेश। CG Assembly : छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र सात मार्च से शुरू हो रहा है। शुरुआत राज्यपाल अनुसूईया उइके के अभिभाषण से होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 9 मार्च को साल 2022-23 का वार्षिक बजट पेश करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
महंत ने बताया, सदन की कार्यवाही में सभी प्रश्नों ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से बुलाया गया है, जिससे सरकारी धन की बचत हुई है, जिससे पर्यावरण को कम नुकसान होगा। अब हर साल 58 पेड़ बचेंगे। वहीं पर्यावरण में करीब 10 टन कॉर्बनडाइ ऑक्साइड का उत्सर्जन भी कम होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया, सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साल 2021-22 का तीसरा अनुपूरक बजट रखेंगे। इस अनुपूरक बजट पर चर्चा और पारण 8 मार्च को होगा। 8 मार्च को ही राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा प्रस्तावित है।
पेपरलेस काम के लिए IIT खड़गपुर के पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग का अध्ययन
डॉ. चरणदास महंत विधानसभा में इस सत्र से शुरू हुई सवाल-जवाब की ऑनलाइन प्रणाली के बारे में बताया। उन्होंने कहा, पेपर लेस प्रणाली के प्रभाव पर उन्होंने IIT खड़गपुर के पर्यावरण विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग से एक अध्ययन कराया है। उस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 8 सालों में विधायकों ने 36 हजार 650 सवाल लगाए हैं, यानी औसतन हर साल 4 हजार 550 सवाल पूछे गए हैं, जबकि उसका उत्तर के लिए प्रत्येक चरण में करीब 100 पेज का उपयोग किया गया है। इस तरह देखें तो सालाना चार लाख 55 हजार पेज हर वर्ष खर्च हुआ है।
विधानसभा को 10 स्थगन प्रस्ताव मिल चुके
विधानसभा अध्यक्ष (CG Assembly) डॉ. चरणदास महंत ने बताया, इस बार विधायकों ने एक हजार 682 सवाल पूछे हैं। इनमें से 854 को तारांकित श्रेणी में रखा गया है। 828 सवाल अतारांकित श्रेणी में डाले गए हैं। अब तक ध्यानाकर्षण की 114 सूचनाएं मिल चुकी हैं। 10 प्रस्ताव काम रोककर तुरंत चर्चा की मांग के हैं। वहीं अविलंबनीय लोक महत्व के विषय पर चर्चा की मांग वाली चार सूचनाएं भी विधानसभा सचिवालय पहुंची हैं। विधायकों ने 7 अशासकीय संकल्प की सूचना भी भेजी है।
ऑनलाइन प्रक्रिया से ये बड़ी बचत
- अगर यह खर्च रुकता है तो प्रतिवर्ष लगभग 4,50,000 पृष्ठों 75 GSM ग्रेड, A4 साईज) अर्थात् 2.2 टन कागज प्रति वर्ष की बचत होगी।
- उसके अतिरिक्त 9.68 टन लकड़ी या लगभग 58 वृक्ष प्रति वर्ष कटने से बचेंगे। लगभग 73 घरेलू रेफ्रीजरेटर में जितनी बिजली की खपत प्रतिवर्ष होती है, उसकी भी बचत होगी।
- लगभग 01.00 लाख लीटर पानी की प्रतिवर्ष बचत होगी।
- इसके अतिरिक्त 18 चक्का युक्त लगभग 6 वाहनों के चलने से प्रतिवर्ष जो सल्फर डाई ऑक्साईड एवं ऐसिड का उत्सर्जन होता है और उससे जो पर्यावरण प्रदूषित होता उस प्रदूषण में कमी होगी।
- ग्रीन हाऊस गैसेस/जलवायु परिवर्तन प्रभाव की दृष्टि से प्रतिवर्ष 9.9 टन कार्बन डाई ऑक्साईड के उत्सर्जन में कमी आयेगी।
- इसके अतिरिक्त कागज की उत्पादन प्रक्रिया में, जो नाईट्रोजन गैस एवं पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) या कणिका तत्व उत्सर्जित होते हैं, उनमें कमी आयेगी।
- किसी चार पहिया वाहन के लगभग 1482.2 किलोमीटर चलने पर जो वोलेटाईल आर्गेनिक कम्पाउण्ड (VOCs) अर्थात वाष्पशील कार्बनिक यौगिक उत्सर्जित होता है, उसमें कमी आयेगी।
- इसके अतिरिक्त अन्य अनेक मानकों यथा रासायनिक ऑक्सीजन मांग, बायोकेमिकल ऑक्सीजन मांग, जल सुपोषण, वन अशांति वन बचत, समुद्रीय एसिड उत्सर्जन जैसे अनेक मानकों में पर्यावरण की बचत का अनुमान है।
विधानसभा चुनावों की वजह से छोटा सत्र
बजट सत्र (CG Assembly) को छोटा रखने से जुड़े एक सवाल पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, अधिकतर विधायकों की ड्यूटी विधानसभा चुनावों में लगी थी। इसी वजह से सत्र को छोटा रखा गया है। इससे पहले उन्होंने कहा था, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। वहां विधायकों की व्यस्तता की वजह से सत्र फरवरी से शुरू होने की जगह मार्च में होगा। डॉ. महंत ने यह भी फिर दोहराया है कि वे राज्यसभा जाना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए वे दावेदारी नहीं करेंगे।