-ओबीसी समाज में खुशी, भारत सरकार का आभार
नई दिल्ली/नवप्रदेश। केन्द्रीय तथा नवोदय विद्यालयों (Central and Navodaya Vidyalayas) के प्रवेश में 27 फीसदी ओबीस आरक्षण (27 % OBC Reservation) की मांग अब पुरी (Demand accepted) होने जा रही है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने आज (मंगलवार) सत्र 2020-21 के प्रवेश देने 27 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) आरक्षण के साथ अपनी बहुप्रतीक्षित एडमिशन गाइड लाइन 2020 जारी कर दी है। जिसकी प्रति दैनिक नवप्रदेश के पास उपलब्ध है।
ज्ञात हो कि केंद्रीय व नवोदय विद्यालयों (kendriya and navodaya vidyalaya) में 27′ फीसदी आरक्षण (27 % reservation) का निर्णय सतना के भाजपा सांसद गणेश सिंह की अध्यक्षता वाली अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण की संसदीय समिति की अनुशंसा पर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा दिसंबर 2019 में लिया गया था।
जिसके फलस्वरूप जवाहर नवोदय विद्यालय (Central and Navodaya Vidyalayas) समिति ने तो कक्षा छठवीं में प्रवेश देने 31 मार्च 2020 को अधिसूचना जारी कर दी थी। वहीं केन्द्रीय विद्यालय संगठन कोरोना संकट के बाद कक्षा पहली में 2020-21 सत्र के प्रवेश की अधिसूचना जारी करने वाला था। जो अन्तत: आज 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण का प्रावधान जोड़ते हुए जारी हो गई है।
जिससे ओबीसी समाज में हर्ष व्याप्त है। वहीं यह आरक्षण दिलाने के लिए बरसों से प्रयासरत अखिल भारतीय अनुसूचित जाति, जन जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक अधिकारी-कर्मचारी संगठन (APAAX) के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. ए पी पटेल, भोपाल व प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव इंजी. शैलेन्द्र वागद्रे सारनी ने प्रधानमंत्री व केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया है।
केन्द्रीय विद्यालय संगठन के देश में 1225 विद्यालय
1963 में स्थापित केन्द्रीय विद्यालय संगठन (Central and Navodaya Vidyalayas) के तहत क्रियाशील देश के 1225 व विदेश के 3 विद्यालयों में कुल 13,15,157 विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। जहां सीबीएसई से संबद्ध कक्षा पहली से बारहवीं तक के सभी विषय पढ़ाये जाते हैं। जिनमें से कई केन्द्रीय विद्यालय देश के महानगरों, उपनगरों व प्रोजेक्ट स्कूल के नाम से फौज, आई.टी.बी.पी., रेलवे, कोयला खदान आदि महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्थापित हैं।
जवाहर नवोदय के 661 स्कूल
वहीं 1986 में स्थापित जवाहर नवोदय विद्यालय समिति (Central and Navodaya Vidyalayas) के तहत देश में क्रियाशील 661 नि:शुल्क आवासीय विद्यालयों में कुल 2,73,759 विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। जहाँ सी.बी.एस.ई. से संबद्ध कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के सभी विषय पढ़ाये जाते हैं. ये भारत के प्रत्येक जिले में 1-1 किन्तु ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित हैं।
वैज्ञानिक पद्धति से बनाये गए पाठ्यक्रमों व उच्च शिक्षित सुयोग्य अध्यापकों की उपलब्धता के चलते इन विद्यालयों की शिक्षा जगत में अपनी एक अलग साख व प्रतिष्ठा है। वहीं दिल्ली, मुंबई, कोलकोता, चेन्नई भोपाल, रायपुर, नागपुर आदि महानगरों व छोटे नगरों में संचालित केन्द्रीय विद्यालयों व जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रवेश प्राप्ति हेतु अभिभावकों में घोर स्पर्धा (competition) रहती है।