जनगणना 2021 की तैयारियों को लेकर सीएस आरपी मंडल ने ली बैठक
रायपुर/नवप्रदेश। जनगणना 2021 (census 2021) की तैयारियां छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में शुरू हो गई हैं। छत्तीसगढ़ में जनगणना का काम माेबाइल ऐप (mobile app) के जरिए होगा।
बता दें कि भारत में 16वीं जनगणना (census 2021) का कार्य वर्ष 2021 में किया जाना है। इसकी प्रारंभिक तैयारियां छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में शुरू कर दी गई है। ये काम मोबाइल ऐप (mobile app) से होगा
मंगलवार को यहां मंत्रालय महानदी भवन में मुख्य सचिव आरपी मण्डल ने जनगणना वर्ष 2021 (census 2021) के प्रभावी क्रियान्वयन और डाटा संकलन के लिए गठित अंतर्विभागीय समिति की बैठक ली।
ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीकों से संकलित होगी जानकारी
मण्डल ने कहा है कि जनगणना के कार्य में पारदर्शिता और सही तरीके से जानकारी के संकलन के लिए राज्य में जनगणना 2021 का संपूर्ण कार्य मोबाइल ऐप (mobile app) के माध्यम से संपादित कराया जाएगा। जानकारियों का संकलन आॅनलाइन और आॅफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकेगा।
जनवरी में संभागायुक्ताें व कलेक्टरों को दी जाएगी जानकारी
- जनगणना की तैयारियों के संबंध में जनवरी माह में संभागायुक्तों एवं कलेक्टरों को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी दी जाएगी।
- जनवरी माह में ही कलेक्टरों को जनगणना कार्य हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- मण्डल ने भारत सरकार के रजिस्ट्रार जनरल को विशेष रूप से बस्तर क्षेत्र का दौरा करने अामंत्रित किया है।
- वहां के जरूरत के हिसाब से जनगणना कार्य के लिए कार्ययोजना बनाने का आग्रह किया है।
प्रगणकों को मिलेगा मानदेय
- बैठक में निदेशक जनगणना रजत कुमार ने जानकारी दी
- कहा कि प्रगणक द्वारा स्वयं के मोबाइल का उपयोग करके मोबाइल ऐप के माध्यम से जनगणना का कार्य किया जाएगा।
- मोबाइल के माध्यम से जनगणना के कार्य करने वाले प्रगणकों को 25 हजार मानदेय मिलेगा।
- पेपर पर कार्य करने वाले प्रगणकों को 17 हजार रूपए मानदेय के रूप में दिया जाएगा।
- मोबाईल ऐप से जनगणना का कार्य संपादित होने से जनगणना संबंधी आंकड़े शीघ्रता से जारी किए जा सकेंगे।
- राज्य के अंदरूनी एवं कमजोर नेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में आॅफलाइन जानकारी का संकलन किया जाएगा।
प्रथम चरण में मकानों की गणना
- राज्य में जनगणना 2021 के प्रथम चरण में 25 अप्रैल से 10 जून 2020 तक मकानों की गणना की जाएगी।
- उन्हें सूचीबद्ध किया जाएगा।
- जनगणना के संपूर्ण कार्य का पर्यवेक्षण वेब पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।
- राजस्व विभाग और पंचायत विभाग के अधिकारियों को नोडल के रूप में नियुक्त किया जाएगा।
- नोडल अधिकारी तहसील और गांव के मानचित्र का निर्धारण करेंगे और गांवों की मास्टर डायरेक्टरी के रूप में जानकारियों का संकलन करेंगे।
बैठक में ये भी रहे मौजूद
- बैठक में भारत सरकार के रजिस्ट्रार जनरल विवेक जोशी ने वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े।
- उन्होंने जनगणना कार्य के क्रियान्वयन के लिए आवश्यक जानकारी एवं दिशा निर्देश दिए।
- बैठक में प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय गौरव द्विवेदी भी शामिल हुए।
- प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक छत्तीसगढ़ प्रशासन आकादमी रेणु पिल्ले, सचिव राजस्व श्री सुबोध सिंह, सचिव वित्त शहला निगार, सचिव नगरीय प्रशासन अलरमेल मंगई डी. व सचिव आर्थिक एवं सांख्यिकी आर.प्रसन्ना भी उपस्थित थे।