नई दिल्ली/नवप्रदेश। CBI Raid in Delhi : दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास सहित दिल्ली-एनसीआर में 21 स्थानों पर सीबीआई की छापेमारी चल रही है। यह कार्रवाई आबकारी नीति मामले में हो रही है। सीबीआई की इस कार्रवाई का संदीप दीक्षित ने समर्थन किया है।
छापेमारी की सूचना के बाद उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास के बाहर एकत्रित हुए आम आदमी पार्टी के विधायकों और कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
केजरीवाल और सिसोदिया झूठ के सौदागर
छापेमारी पर दिल्ली भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि मैं पांच साल से कह रहा हूं कि सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल तीनों भ्रष्टाचार में जेल जाएंगें। दो विकेट गिर चुके और तीसरा चोर भी जल्दी पकड़ा जाएगा।
बता दें कि कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर यह आरोप लगाया है कि दोनों अखबारों में सिसोदिया की खबरें पैसे देकर प्रकाशित करवाई गई हैं। खबरों में लगीं फोटो दिल्ली के सरकारी स्कूल की नहीं बल्कि मयूर विहार के मदर मैरी स्कूल के बच्चों की हैं । मिश्रा ने कहा कि केजरीवाल और सिसोदिया देश (CBI Raid in Delhi) में भी झूठ बेच रहे हैं और विदेश में भी।
कपिल के वार पर राघव का पलटवार
आम आदमी पार्टी नेता राघव चड्ढा ने भाजपा नेता कपिल मिश्रा के उस ट्वीट पर तंज सका है जिसमें मिश्रा ने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स में पैसे देकर खबर तो छपवा ली पर झूठ और चोरी की आदत नहीं गई। राघव ने कहा कि यह हास्यास्पद है। भाजपा खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है, लेकिन कभी किसी नेता की इन अखबारों में खबर नहीं छपी। अगर पैसे देकर ही ऐसे अखबारों में खबर छपवाई जा सकती है तो ऐसे में सबसे अमीर राजनीतिक दल के नेताओं की रोज खबर छपनी चाहिए।
छापेमारी पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि छापों को राजनीतिक हथकंडा बनाना निंदनीय है।
संदीप दीक्षित ने किया सीबीआई कार्रवाई का समर्थन
संदीप दीक्षित ने सीबीआई कार्रवाई (CBI Raid in Delhi) का समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को हमेशा आम आमदी पार्टी और भाजपा के बीच समझौते पर संदेह था। आप पैसा कमा रही है, कांग्रेस को नुकसान पहुंचा रही है और भाजपा का समर्थन कर रही है। अब भाजपा को लगा होगा कि आम आदमी पार्टी की अब और जरूरत नहीं है, इसलिए AAP के सारे पाप सामने आ जाएंगे। दीक्षित ने कहा कि शराब नीति, स्कूल निर्माण, शिक्षक भर्ती जैसे मामलों में सीबीआई की 10 छापेमारी होनी चाहिए थीं।