छत्तीसगढ़ डाक परिमंडल के बस्तर संभाग अंतर्गत बीजापुर जिले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डाक विभाग (CBI Bribery Bust) के कर्मचारियों को रात लगभग 8 बजे कार्यालय में रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से जिले में हड़कंप मच गया है।
सीबीआई ने शास्त्री कुमार पैंकरा, उपसंभागीय निरीक्षक (डाक SDI(P) बीजापुर), मालौथ शोभन व अम्बेडकर सिंह (डाक अधिदर्शक – मद्देड़, भोपालपटनम, आवापल्ली, बीजापुर) तथा ग्रामीण डाक सेवक (ABPM) संतोष एंड्रिक को भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर रंगेहाथ पकड़ा। छापे के दौरान लगभग 50 हजार रुपये की रिश्वत राशि जब्त की गई, जिसे (CBI Bribery Bust) के तहत बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
जानकारी के अनुसार पकड़े गए पोस्ट ऑफिस के अधिकारी व कर्मचारियों से एक होटल में पुछताछ और आगे की कार्यवाही की जा रही है। सूत्रों के अनुसार डाक विभाग में लंबे समय से संगठित रूप से रिश्वतखोरी चल रही थी। नई नियुक्ति, तबादला, BO जांच, दोहरा भत्ता समेत कई कार्यों के लिए ग्रामीण डाक सेवकों से पैसों की मांग की जाती थी।
बताया जा रहा है कि जिले से 31 डाककर्मियों के तबादले के बाद प्रत्येक से 15-15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। परेशान कुछ जागरूक कर्मचारियों ने इस घूसखोरी की जानकारी सीबीआई को दी, जिसके बाद 6 सदस्यीय टीम बीजापुर पहुंची और कार्रवाई करते हुए आरोपियों को रंगेहाथ पकड़ लिया। इस पूरी कार्रवाई को (CBI Bribery Bust) के रूप में देखा जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि यह खेल पिछले दो वर्षों से चल रहा था और इसका कथित मास्टरमाइंड SDI(P) शास्त्री कुमार पैंकरा बताया जा रहा है। सूत्रों ने यह भी आरोप लगाया कि उक्त अधिकारी कर्मचारियों पर महिला कर्मियों को डराने-धमकाने और मानसिक शोषण जैसे गंभीर आरोप भी हैं।
हालांकि इनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मामले की सीबीआई जांच जारी है और अब तक हुई इस कार्रवाई ने डाक विभाग में चल रहे भ्रष्टाचार के बड़े नेटवर्क को उजागर किया है।
इस मामले के माध्यम से स्पष्ट हुआ कि (CBI Bribery Bust) केवल एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त संदेश भी है। जिले और विभाग में इस कार्रवाई ने जागरूकता बढ़ाई है और भविष्य में इस तरह के कृत्यों को रोकने में मदद मिलेगी।

