-अदालत में सुनवाई के दौरान खेडकर ने आरोप लगाया था कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है
पुणे। pooja khedkar and suhas diwase: विवादास्पद आईएएस प्रशिक्षु अधिकारी पूजा खेडकर का आईएएस पद यूपीएससी ने रद्द कर दिया है और आजीवन परीक्षा देने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पूजा खेडकर की भी जल्द गिरफ्तारी होने की संभावना है। इस बीच खेडकर ने दिल्ली की पटियाला कोर्ट में गिरफ्तारी पूर्व जमानत के लिए अर्जी दी है। इस सुनवाई के दौरान खेडकर ने आरोप लगाया था कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने यौन उत्पीडऩ की शिकायत की थी। इस पर पुणे जिला कलेक्टर ने प्रतिक्रिया दी है।
पुणे कलेक्टर सुहास दिवासे ने पूजा खेडकर के इन आरोपों का खंडन किया है। दिवासे ने कहा कि पूजा द्वारा लगाये गये आरोप बेबुनियाद हैं। सारे आरोप मनगढ़ंत हैं। खेड़कर 3 से 14 जून तक कलेक्टर कार्यालय से संबद्ध रहे। इस बार पूजा खेडकर से मेरी तीन बार मुलाकात हुई। ये सभी दौरे प्रशासनिक थे। दिवासे ने बताया कि इस मौके पर अन्य अधिकारी और वकील भी मौजूद थे।
इस दौरान मैं कभी भी पूजा से अकेले में नहीं मिला या उससे अकेले में कोई चर्चा नहीं की। 14 जून के बाद उन्हें डिविजनल कमिश्नर ऑफिस जाने को कहा गया, जहां पोस्टिंग के दौरान पूजा (pooja khedkar and suhas diwase) ने कोई आरोप नहीं लगाया। राज्य सरकार को लिखे अपने पत्र में उन्होंने मेरे पत्र के जवाब में ऐसा कोई आरोप नहीं लगाया है। जब उन्हें वाशिम भेजा गया तो उन्होंने जानबूझकर यौन उत्पीडऩ, कमरे में बुलाना जैसे बेबुनियाद आरोप लगाए। दिवासे ने यह भी बताया कि हर कोई जानता है कि उसने ऐसा क्यों किया।
भारी विवाद के बाद वाशिम से पूजा खेडकर को हटा दिया गया। फर्जी सर्टिफिकेट, नाम बदलकर यूपीएससी परीक्षा देने, पिता की अवैध संपत्ति आदि देखने के बाद दिवासे (pooja khedkar and suhas diwase) ने उनके खिलाफ यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई। यूपीएससी द्वारा दायर मामले में पूजा खेडकर की गिरफ्तारी की संभावना है। इसी के चलते वह वाशिम से लापता हो गई है। उसके वकील दिल्ली की एक अदालत में उसे अग्रिम जमानत दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर आज फैसला होने की संभावना है।