Bus Accident : हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में मंगलवार को एक भीषण बस हादसा (Bus Accident) हो गया, जब पहाड़ से गिरी चट्टानें सीधे एक यात्री बस पर आ गिरीं। हादसे में 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई यात्री अब भी मलबे में दबे हुए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बस में करीब 30 यात्री सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। मलबे के नीचे फंसे एक बच्चे और तीन लोगों को जीवित निकालकर तत्काल अस्पताल भेजा गया।
बिलासपुर में बस पर गिरा पहाड़, 15 की मौत (Bus Accident)
जानकारी के मुताबिक यह भीषण हादसा बिलासपुर के बरठीं के पास शाम 6:25 बजे हुआ, जब बस मरोतन से घुमारवीं की ओर जा रही थी। तभी भलू के पास अचानक पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर बस पर गिर पड़ा। चट्टानों और मिट्टी के मलबे में बस पूरी तरह दब गई और केवल छत का एक हिस्सा दिखाई दे रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चट्टानें इतनी तेज़ी से गिरीं (Bus Accident) कि ड्राइवर को बस रोकने का मौका तक नहीं मिला। सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों ने राहत कार्य शुरू किया और प्रशासन ने तुरंत एनडीआरएफ व पुलिस टीमों को मौके पर भेजा।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने जताया शोक (Bus Accident)
हादसे की जानकारी मिलते ही हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी जताया दुख (Bus Accident)
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी इस हादसे पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के झंडूता क्षेत्र में भूस्खलन के कारण हुई इस बस दुर्घटना में कई निर्दोष जिंदगियों का यूं चले जाना अत्यंत पीड़ादायक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी गहरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और परिजनों को इस कठिन समय में संबल दें।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मलबे में और लोगों के दबे होने की आशंका (Bus Accident)
अंतिम सूचना तक राहत दल लगातार मलबा हटाने का कार्य कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पहाड़ के टूटने से सड़क का लगभग 100 मीटर हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया है। फिलहाल प्रशासन ने आसपास के यातायात को रोक दिया है और वैकल्पिक मार्ग से वाहनों को डायवर्ट किया गया है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।