-विपक्षी नेता आत्ममंथन करेंगे कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों में क्या किया
नई दिल्ली। budget 2024: आज से बजट सत्र शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मार्गदर्शन और कल निर्मला सीतारमण का अंतरिम बजट, एक तरह से महिला सशक्तिकरण का उत्सव है। मेरा मानना है कि पिछले दस वर्षों में विपक्ष ने कोई न कोई रास्ता निकाला होगा जिससे सदन में कार्य में व्यवधान उत्पन्न हो सके। संसद में सभी ने अपना काम किया। हालाँकि मैं यह जरूर कह रहा हूँ कि जिनकी प्रवृत्ति दंगा करने की होती उनका कुछ नहीं किया जा सकता।
सभी माननीय सांसद जो आदतन लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करते हैं, जब आज अंतिम सत्र के लिए एकत्र होंगे, तो निश्चित रूप से आत्ममंथन करेंगे कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों में क्या किया है, क्या वे अपने लोकसभा क्षेत्रों में 100 लोगों से भी पूछना चाहते हैं। जिन लोगों ने दंगा किया उन्हें कोई याद नहीं रखेगा, कोई नाम भी नहीं जान पाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा लेकिन भले ही विरोध का स्वर सख्त हो, लेकिन सदन में जिन्होंने अच्छे विचार रखे हैं, उन्हें आज भी एक बड़ा वर्ग याद रखेगा। वे सम्मेलन की शुरुआत में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
मोदी ने कहा भविष्य में जब कोई सदन में बहस देखेगा तो उसका एक-एक शब्द इतिहास के रूप में दर्ज हो जाएगा। भले ही विरोध करने वालों को समझदारी दिखाई जानी चाहिए। हमारे खिलाफ अपने विचार कड़े शब्दों में व्यक्त किए। मेरा मानना है कि एक देश का एक बड़ा वर्ग, लोकतंत्र प्रेमी इस सौदे की सराहना करेंगे। लेकिन जिन्होंने केवल नकारात्मकता और केवल बदनामी की है, उन्हें शायद ही याद किया जाएगा।
अब यह बजट सत्र एक अवसर है, पश्चाताप करने का अवसर है। यह कुछ अच्छी चीजें छोडऩे का भी अवसर है। मैं ऐसे सभी सांसदों से आग्रह करूंगा कि आप इस अवसर को न छोड़ें। अच्छा प्रदर्शन करें और अच्छे विचारों को सदन में रखें। देश के लाभ के लिए सभी को अपना काम करना चाहिए।
मेरा मानना है कि जब चुनाव नजदीक है इसलिए पूरा बजट नहीं रखा जाता। हम भी उसी परंपरा का निर्वहन करेंगे और नई सरकार बनने के बाद पूर्ण बजट हमारे सामने लाएंगे। मोदी ने यह भी कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल देश का बजट पेश करेंगी।