-चुनावी वर्ष होने के कारण यह अंतरिम बजट है
-पूरा बजट लोकसभा चुनाव के बाद पेश होगा
नई दिल्ली। Budget 2024: 1 फरवरी 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में वित्त वर्ष 2024-25 का आम बजट पेश करेंगी। चुनावी वर्ष होने के कारण यह अंतरिम बजट है। पूरा बजट लोकसभा चुनाव के बाद पेश किया जाएगा। बजट सरकार का ‘बहीखाता’ होता है। इसमें सरकार आगामी वित्तीय वर्ष के लिए आय और व्यय का पूरा लेखा-जोखा पेश करती है। बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री वित्तीय वर्ष के लिए राजस्व और व्यय के स्रोतों का विवरण देते हैं। सरकार कहां से कमाई करती है और किन मदों में खर्च करती है।
बजट का 34 फीसदी हिस्सा कर्ज से आता है। इसके अलावा कर और गैर-कर राजस्व भी सरकारी राजस्व के प्रमुख स्रोत हैं। कर राजस्व में जीएसटी, आयकर, पूंजीगत लाभ कर आदि शामिल हैं। गैर-कर राजस्व में शुल्क, लाभांश, लाभ और ब्याज आदि शामिल हैं। यदि सरकार का राजस्व एक रुपया है, तो आयकर का हिस्सा लगभग 15 पैसे है। जीएसटी योगदान लगभग 17 पैसे है। इसके अलावा 15 पैसे कॉरपोरेट टैक्स से आते हैं। 4 जगहों से धन प्राप्त होता है।
20 फीसदी पैसा ब्याज में चला जाता है
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अगर सरकार एक रुपया कमाती है तो 20 पैसे कर्ज का ब्याज चुकाने में खर्च हो जाती है। इसके अलावा वह सब्सिडी पर 7 पैसे, पेंशन पर 4 पैसे, रक्षा पर 8 पैसे, केंद्रीय योजनाओं पर 17 पैसे और केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर 9 पैसे खर्च करती है। इसके अलावा राज्यों को टैक्स में उनके हिस्से के तौर पर 18 पैसे दिए जाते हैं।
इसके अलावा सरकार पूंजीगत व्यय भी करती है। इससे सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करती है। 2019 में एक बार फिर मोदी सरकार सत्ता में आई। 2019-20 में भारत का कुल बजट 27.84 लाख करोड़ रुपये था। 2023-24 में भारत का बजट 45.03 लाख करोड़ रुपये था।