-नरेंद्र मोदी और बोरिस जॉनसन के बीच कल ग्लासगो में हुई मुलाकात
नई दिल्ली। PM Boris Johnson accepting Modi’s invitation: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत दौरे के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि स्थिति में सुधार होते ही जॉनसन भारत दौरे की योजना बनाएंगे।
जॉनसन इस साल जनवरी में गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि के तौर पर भारत आने वाले थे, लेकिन कोविड-19 के कारण उनका दौरा रद्द कर दिया गया।
नरेंद्र मोदी ने 1 नवंबर को ग्लासगो में सीओपी-26 जलवायु शिखर सम्मेलन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (PM Boris Johnson accepting Modi’s invitation) से मुलाकात की जिसके दौरान दोनों नेताओं ने हरित हाइड्रोजन, नवीकरणीय ऊर्जा, स्वच्छ प्रौद्योगिकी, अर्थव्यवस्था और रक्षा जैसे क्षेत्रों पर चर्चा की।
यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री ने इस वर्ष दो बार कोविड महामारी के कारण अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी थी। उसके बाद से दोनों नेताओं के बीच यह पहली आमने-सामने की मुलाकात थी।
रणनीतिक संबंधों पर चर्चा करें
सीओपी-26 वल्र्ड लीडर्स कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह के बाद बैठक की योजना बनाई गई थी। यूके-इंडिया क्लाइमेट पार्टनरशिप के लिए 2030 रोडमैप की समीक्षा करने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बैठक के तुरंत बाद ट्वीट किया, ‘रोडमैप 2030 आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ग्लासगो में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की। सीओपी-26 के सफल आयोजन पर उन्हें बधाई। हरित हाइड्रोजन, नवीकरणीय और स्वच्छ प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।
उन्होंने अर्थव्यवस्था, रक्षा, पी2पी संबंधों आदि पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री की वार्ता से पहले ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त गायत्री इस्सर कुमार ने कहा, ‘दोनों सरकारें तय समय सीमा के भीतर रोडमैप को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।