अम्बिकापुर/नवप्रदेश। Brihaspat Case : सरगुजा के कांग्रेस पदाधिकारियों,जनप्रतिनिधियों,पूर्व जनप्रतिनिधियों ने रामनुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित कर उन्हें कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की है।
विधायक बृहस्पत सिंह विगत तीन दिन से स्वास्थ्य पंचायत मंत्री टीएस सिंह देव पर पर अपनी हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगा सुर्खियों में आये थे।शुरुआती चुप्पी के बाद आज टीएस सिंह देव समर्थकों ने बृहस्पत सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उनके गृह जिले बलरामपुर सहित,सरगुजा,सूरजपुर और कोरिया जिला की जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमिटी के पदाधिकारियों, कांग्रेस के सभी अनुषांगिक संगठनों के पदाधिकारियों,महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष,पार्षदों, जिला और जनपद सदस्यों पूर्व विधयकों ने अलग अलग बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस हाईकमान को पत्र भेज कर बृहस्पत सिंह के निष्कासन की मांग की है।
सरगुजा जिला मुख्यालय मे सरगुजा जिले के कांग्रेसजनों की बैठक (Brihaspat Case) में 20 सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने निंदा प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि बृहस्पत सिंह अनर्गल तथ्य हीन और निराधार बातें कर न सिर्फ टीएस सिंह देव बल्कि कांग्रेस कमजोर कर रहे हैं। सरगुजा सहित प्रदेश की जनता बृहस्पत सिंह के चरित्र तथा टी एस सिंहदेव के कार्य व्यवहार को बखूबी समझती है।
महापौर अजय तिर्की ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा जिस तरह की बयान बाजी बृहस्पत सिंह द्वारा की गई वह कोई मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ठीक कर सकता है। कोरोना काल के बाद उनकी दिमागी हालत खराब हो गई है। “साधारण रोडरेज घटना” जो उनके फॉलो गार्ड के साथ अंबिकापुर के बंगाली चौक में घटित हुई थी उसे सियासी रंग देकर मीडिया व सोशल मीडिया में अनर्गल प्रलाप कर झूठी ब्यानबाजी करने तथा आधारहीन गंभीर आरोप लगाकर सरगुजा संभाग में पार्टी को स्थापित करने में पूरा जीवन समर्पित करने वाले वरिष्ठ नेता व स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव की छवि को धूमिल करने की जो साजिश रची गई है उसकी सभी जगह निंदा हो रही है।
बृहस्पत के खिलाफ बैठक में निंदा प्रस्ताव
बैठक में पदाधिकारियों तथा सदस्यों ने पार्टी संगठन के खिलाफ निरंतर कुत्सित षड्यंत्र (Brihaspat Case) रचने तथा पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के खिलाफ एक निंदा प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया। इसकी प्रति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजी गयी। यह मांग की गई है कि पार्टी फोरम से हटकर अनर्गल बयानबाजी कर अनुशासनहीनता करने वाले विधायक बृहस्पत सिंह को तत्काल कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया जाए। निंदा प्रस्ताव में उल्लेखित है कि विधायक बृहस्पत सिंह हमेशा पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। टिकट न मिलने पर दो बार कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध निर्दलीय विधान सभा का चुनाव लड़ चुके हैं। विगत 5 विधानसभा चुनाव (जब उन्हें टिकट नहीं मिला) में कांग्रेस प्रत्याशियों ने उन पर भाजपा को मदद पहुचाने की शिकायत दर्ज करायी है। कांग्रेस पार्टी का विधायक रहते विगत लोकसभा एवम जिला पंचायत चुनाव में भी उन पर भाजपा को मदद करने का आरोप कांग्रेस प्रत्याशियों ने लगाया था। प्रस्ताव में कहा गया है कि विधायक बृहस्पत सिंह के द्वारा मीडिया में निरन्तर झूठ बोलकर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाले कृत्य से सरगुजा की जनता बहुत व्यथित तथा आक्रोशित है।इसलिये उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही कर तत्काल पार्टी से निष्कासित किया जाये।
सिंहदेव के कार्यों का किया गया बखान
टीएस सिंहदेव व उनका परिवार हमेशा से कांग्रेस के प्रति निष्ठावान रहा है। पीढ़ियों से इनका परिवार सरगुजा संभाग में कांग्रेस को स्थापित करने के लिए समर्पित रहा है। टीएस सिंहदेव स्वयं तीसरी बार छत्तीसगढ़ विधान सभा में विधायक और वर्तमान में स्वास्थ्य, पंचायत सहित आधा दर्जन महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री हैं। पिछले चुनाव में जन घोषणा पत्र समिति के संयोजक और परिवर्तन यात्रा के प्रभारी रहे। झारखंड विधानसभा चुनाव में स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष और ओडिशा के प्रभारी के रूप में कार्य किया। इनकी माता स्वर्गीय देवेंद्र कुमारी सिंहदेव अविभाजित मध्य प्रदेश में मंत्री रह चुकी हैं। पिता स्व.एमएस सिंहदेव मध्यप्रदेश में राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में इनकी बहन आशा कुमारी हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक और कांग्रेस वर्किंग कमेटी की सदस्य हैं। देश भर की महिला विधायकों में सबसे ज्यादा बार चुनाव रिकार्ड उनके नाम है। भतीजे आदित्येश्वर सिंहदेव कांग्रेस के डाटा एनालिसिस विभाग एवम एआईसीसी मेम्बर हैं और सरगुजा जिला पंचायत में लोक निर्माण विभाग के सभापति हैं। सरगुजा संभाग में कांग्रेस सभी 14 विधान सभा,अधिकांश जिला पंचायत और नगरीय निकायों में जीतती रही है इसके पीछे टीएस सिंहदेव का कुशल नेतृत्व बड़ा कारण है।उनके सभ्य,सरल,सहज,उदार व्यक्तित्व से समूचा छत्तीसगढ़ वाकिफ़ है।