रायपुर/नवप्रदेश। Rabi Crop : छत्तीसगढ़ में दो दिन से हो रहे बेमौसम बारिश से रबी की फसल चौपट हो गई है। वहीं समितियों में खुले में रखे धान भी भीग गए हैं। जिससे किसानों को भारी नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश के कृषि मंत्री ने सभी जिलों के कलेक्टर्स को बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने निर्देश दिया है। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मीडिया से चर्चा के दौरान बारिश से रबी फसल पर हो रही नुकसान दिखाई देने की बात कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में किसानों (Rabi Crop) ने अपने-अपने खेतों में चना, लाख, लाखड़ी और अलसी की फसल बोये थे जो बारिश से प्रभावित हुई है। कलेक्टर और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं, बारिश थमने के बाद आकलन किया जाएगा। कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को मुआवजा की राशि भी क्षति के आकलन के मुताबिक दी जाएगी।
कृषि मंत्री ने कहा कि सभी आरईओ को रबी फसल (Rabi Crop) में बीमा कराने वाले के फसल का आकलन करने के लिए आदेश दिए गए हैं ताकि फसलों के नुकसान का दावा बीमा कंपनी से किया जा सके।
प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हो रहे बारिश से अधिकांश धान खरीदी केंद्रों में धान खरीदी रुक गई है। उठाव पर भी बारिश की वजह से ब्रेक लग गया। हालांकि बदली-बारिश से पहले ही उपार्जन केंद्रों में रखे धान को समितियों ने कैप कव्हर कर रखा है। पिछले महीने हुए असमय हुए बारिश से करोड़ों के धान भीगने से ख़राब हो गए थे। इस दौरान कैप कव्हर नहीं होने से ये नुकसान सरकार को उठाना पड़ा था। जिसके लिए 6 जिलों के कलेक्टरों को सरकार फने नोटिस भी दिया था। यही कारण हैं कई कव्हर होने से इस बार बारिश में कम धान भीगे हैं।