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BREAKING: धार्मिक भावना भड़काने वाले पोस्ट पर भड़का हिन्दु संगठन, भड़काऊ पोस्ट डालने वाले के…

BREAKING, Hindu organizations provoke posts that provoke religious sentiments,

dantewada

दंतेवाड़ा/पंकज सिंह। Social media inflammatory post: एक ओर देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इस वैश्विक महामारी के चलते हर दिन हजारों लोगों की अकाल मौतें हो रही है। शासन प्रशासन कोविड-19 पर नियंत्रण करने तमाम प्रयासों में जूटा है। देश में लॉकडाउन है। वायरस के प्रकोप से बचने लोग महिनों से घरों में कैद हैं। वहीं दूसरी ओर ऐसे नाजुक मौके पर भी ओछी बयानबाजी करने से कुछ लोग बाज नहीं आ रहे।

एक धर्म विशेष के खिलाफ सोशल मीडिया (Social media inflammatory post) पर भड़काऊ पोस्ट डालकर शहर में सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर धार्मिक भावना भड़काने वाला पोस्ट कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस का एक टूटपूंजिया दल-बदलू नेता है । उक्त शख्श के खिलाफ सर्व हिन्दू समाज द्वारा गीदम, किरंदुल, बचेली, नकुलनार, बारसूर एवं दंतेवाड़ा थाने में अलग अलग शिकायत पत्र सौंप उचित कारवाई की मांग की है। कारवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।

रविवार को सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने का कथित मामला प्रकाश में आने के बाद एक समुदाय विशेष के युवा उत्तेजित हो गये। भड़काऊ पोस्ट डालने वाला व्यक्ति किरंदुल निवासी बबलु सिद्धकी है जो कांग्रेस का कार्यकर्ता है। करीब ढाई से 3 घंटे तक पोस्ट सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता रहा। पोस्ट पढ़कर लोग सोशल मीडिया पर उक्त युवक को जमकर लताड़ते रहे। माहौल बिगड़ता देख शाम को 3 बजे पोस्ट को डिलिट कर दिया गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मामला पूरी तरह से गरमा चुका था।

शाम होते ही गीदम/दंतेवाड़ा/नकुलनार एवं किरंदुल में सैकड़ों की संख्या में एक समुदाय विशेष के लोग एकत्र हो गए । वो तो अ’छा रहा कि कोविड का समय चल रहा है। जिले में धारा 144 लगा हुआ है इस वजह से युवाओं ने अपने उत्तेजना को किसी तरह शांत कर लिया वर्ना ऐसे मौके पर शहर में सांप्रदायिक माहौल भी बिगड़ सकता था। हिन्दू संगठन/विहिप/बजरंग दल ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए बबलू सिद्धकी के खिलाफ अलग अलग थानो में जाकर शिकायत पत्र सौंप सामाजिक समरसता बिगाडऩे एवं धार्मिक भावना आहत करने वाले शख्श बबलू सिद्धकी के खिलाफ उचित कार्यवाई की मांग की।

हिन्दू संगठनों का कहना है कि बबलू सिद्धकी के द्वारा जिस प्रकार का पोस्ट सोशल मीडिया में डाला गया है वह भारतीय संविधान के खिलाफ है। आपसी भाईचारा को तोडऩे वाला है। समाज को आहत करने वाला है। धार्मिक भावना एवं सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे वाला है। हमारा संविधान इस बात की इजाजत कतई नहीं देता कि इस लोकतांत्रिक देश में कोई भी व्यक्ति अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ लेकर किसी धर्म जाति विशेष के खिलाफ कुछ भी लिखे या बोले।

हालांकि माहौल खराब होता देख शाम को पोस्ट डालने वाले व्यक्ति ने पोस्ट को डिलिट कर दिया और अपनी गलती स्वीकार करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांग कर भविष्य में इस तरह की हिमाकत नहीं करने की बात दोहराई। वहीं हिन्दू संगठन का कहना है कि पहले धर्म के खिलाफ जहर उगलो, धार्मिक भावना को आहत करो, सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे का प्रयास करो और बाद में माफी मांग कर मामले का इतिश्री कर लो।

यह नहीं चलने वाला। सुनियोजित तरीके से सोची समझी साजिश के तहत एक धर्म विशेष को टारगेट कर सांप्रदायिक माहौल खराब करने की कोशिश की गर्ई है। हिन्दू समाज ने दो टूक कहा है कि अगर बबलू सिद्धकी के खिलाफ कानुनी करवाई नहीं होती है तो समाज उग्र आंदोलन को बाध्य होगा और उस दौरान जो भी परिस्थितियां निर्मित होंगी उसके लिए पुलिस प्रशासन ही मुख्य तौर पर जिम्मेदार होगा।

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