रायपुर/नवप्रदेश। Teachers Strike Back : राजधानी में चल रहे सहायक शिक्षकों की बेमियादी हड़ताल मगलवार को देर शाम अचानक खत्म हो गया। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस हड़ताल से खासे नाराज थे। उन्होंने अपने बालोद दौरे के दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान सख्त नाराजगी जाहिर की थी।
दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया गया था कि 90 दिनों की कमेटी बनाई जाएगी इसके बाद तीन महीने के पश्चात कमेटी की रिपोर्ट आएगी, उसके आधार पर वेतन विसंगति दूर कर दी जाएगी। लेकिन जब मांगे पूरी नहीं हुई तो सहायक शिक्षकों ने बेमियादी हड़ताल शुरू कर दिया। हालांकि शासन स्तर पर उन्हें काफी समझाइश दी गई लेकिन आंदोलनकारी टस से मस नहीं हुए।
सहायक शिक्षकों की हड़ताल (Teachers Strike Back) पर सरकार की नजरें टेढ़ी हो गई। गत दिनों डीपीआई ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की थी। डीपीआई ने बिना अनुमति गायब रहने वाले शिक्षकों को शो-काज नोटिस जारी भी किया लेकिन शिक्षकों ने हड़ताल को समाप्त नहीं किया बल्कि और अधिक उग्र कर दिया।
मंगलवार को सहायक शिक्षकों की हड़ताल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सख्ती के साथ ही नाराज भी हुए। सीएम की माने तो डेढ़ साल तक कोरोना संकट के समय प्रदेश के सभी स्कूल बंद रहे और अब स्कूल खुला तो सहायक शिक्षक हड़ताल पर चले गए हैं। इससे विद्यार्थियों को काफी नुकसान उठाना पद रहा है।
सीएम ने कहा कि बच्चों की शिक्षा में बाधा पहुँचाना कतई ठीक नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि कई राज्यों ने कोरोना के दौरान स्कूल बंद रहने पर वेतन में कटौती कर ली थी लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार ने एक प्रतिशत भी कटौती नहीं की। उन्हें पूरा भुगतान किया गया। सीएम ने कहा कि समय समय पर उनकी मांगों पर ध्यान दिया जा रहा है अब उन्हें हड़ताल समाप्त ( Teachers Strike Back )कर स्कूलों में पहना चाहिए जिससे बच्चों की पढाई ख़राब न हो। कुछ दिन बाद ही स्कूलों में परीक्षा भी शुरू हो जाएगी ऐसे में बच्चे के भविष्य का सवाल है।
इधर मुख्यमंत्री के तेवर को भांपते हुए हड़ताली सहायक शिक्षकों ने फेडरेशन की राय पर अचानक हड़ताल समाप्त कर दिया। वहीं लखनउ रवाना होने से पहले एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि शिक्षकों ने हड़ताल वापिस ले लिया है, जो बच्चों के लिए श्रेयस्कर है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जल्द ही शिक्षकों की मांगों के संबंध में घोषणा कर दी जाएगी। वे निश्चिन्त रहे और बच्चों को पढ़ने का काम करें।
उल्लेखनीय है कि 11 दिसंबर से 1 लाख 09 हजार सहायक शिक्षकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी था। 13 दिसंबर को विधानसभा घेराव के ऐलान के बाद से ही सहायक शिक्षक रायपुर के धरनास्थल पर डटे हुए थे। कुछ दिनों पहले प्रमुख सचिव और स्कूल शिक्षा मंत्री से सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों ने मुलाकात की थी। लेकिन बात नहीं बन पाई,जिसके बाद आश्वासनों पर हड़ताल समाप्त नहीं किये जाने पर शिक्षक अड़ गए थे। इस बीच मंगलवार देर शाम सीएम भूपेश से मिलने के बाद फेडरेशन ने अचानक हड़ताल समाप्त कर स्कूल जाने का फैसला लिया।