छात्रों ने किया मताधिकार का इस्तेमाल
महीपुरवा (उत्तर प्रदेश)/नवप्रदेश। ब्लॉक (block) के सभी (all) 350 विद्यालयों (350 schools) में 28 सितम्बर को लोकतांत्रिक प्रक्रिया (by democratic process) से बाल संसद (bal sansad) का गठन (constituted) किया गया। चुने हुए प्रतयाशियों (candidates) का शपथ ग्रहण समारोह (oath taking ceremony) 3 अक्टूबर को होगा जिसमें छात्र प्रतिनिधि पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे।
छात्रों में नेतृत्व विकास के साथ-साथ उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया से अवगत कराने और विद्यालय संचालन व्यवस्था में छात्रों का योगदान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बाल संसद (bal sansad) का गठन किया गया है। पिछले कुछ दिनों से मिहीपुरवा के विद्यालयों को इस उपक्रम से जोडऩे के लिए योजना बनाई जा रही थी, जिसमें खंड शिक्षा अधिकारी आशीष सिंह और पीरामल फाउंडेशन के नेतृत्व में ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इसमें सह समन्वयक शंकुल प्रभारी और 300 अध्यापक शामिल हुए। कार्यशाला में पीरामल फाउंडेशन के फेलो पायल पंडित और अमन खान ने बाल संसद (bal sansad) गठन के सभी चरणों को बताते हुए चुनाव प्रक्रिया में वोटिंग मशीन मोबाइल एप और बैलेट पेपर विधि से मतदान कराने का संदेश दिया। पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर सैफ सिद्दकी ने पूरे कार्य में निर्देशक के रूप में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।